सस्पेंड रेलवे गार्ड को थी अधिकारियों की शह, अवैध रुप से करता था गोल्ड, एमसीएक्स कारोबार
गुजरात के सूरत में एक किलो सोना और करीब 64 लाख रुपए नकदी लिए पकड़े गए सागर रेलवे स्टेशन के गार्ड को अधिकारियों ने छूट दे रखी थी। गार्ड को रेग्युलर ड्यूटी के बजाय लॉबी में तैनात किया गया था। वह सिर्फ शनिवार व रविवार को ही गार्ड की ड्यूटी करता था। सोमवार से शुक्रवार तक वह एमसीएक्स, कमोडिटी व शेयर मॉर्केट में खुद का व अपने साथियों और अधिकारियों का पैसा निवेश करता था। दो नंबर के पैसे को भी गोल्ड में कन्वर्ट करने का अंदेशा जताया गया है।
सूरज में चुनाव के दौरान चेक पोस्ट पर चैकिंग के दौरान सागर रेलवे स्टेशन पर पदस्थ गार्ड सुधीर सेंगर व उसके एक साथी रजनेश पाल निवासी दमोह को पकड़ा गया था। ये स्कूल बैग लिए थे, जिसमें तलाशी के दौरान एक किलो सोना व 64 लाख रुपए नकद निकले थे। दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस, चुनाव आयोग की विशेष अधिकारी व इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। इधर रेलवे विभाग ने गार्ड सुधीर को सस्पैंड कर दिया है। मामले में स्थानीय स्तर पर कई खुलासे बताए जा रहे हैं।
अधिकारियों
ने
उसकी
लॉबी
में
ड्यूटी
लगाई
थी
गार्ड
जो
पैसा
और
सोना
लिए
था
उसमें
रेलवे
के
अधिकारियों
व
कर्मचारियों
का
शेयर
भी
शामिल
होने
की
संभावना
जताई
जा
रही
है।
दरअसल
सुधीर
सेंगर
कमोडिटी,
एमसीएक्स
और
शेयर
मॉर्केट
का
जानकार
है।
जिस
कारण
वह
इस
कारोबार
में
हाथ
आजमाता
रहा
है।
उसकी
कला
और
जानकारी
का
उपयोग
सागर
रेलवे
के
अधिकारी
और
साथी
कर्मचारी
भी
कर
रहे
थे।
उसे
गार्ड
की
रेग्युलर
ड्यूटी
के
बजाय
लॉबी
में
तैनात
किया
गया
था।
जिस
कारण
वह
सोमवार
से
शुक्रवार
तक
पैसे
को
निवेश
करने
और
मुनाफा
कमाने
का
काम
करता
था।
शनिवार
या
रविवार
को
वह
रेग्युलर
ड्यूटी
करता
था।
बीमार है यह मगरमच्छ, इलाज की आस में बार-बार घाट पर आ जाता है
पहले
भी
नकदी
को
गोल्ड
में
बदलने
यात्रा
कर
चुका
है
रेलवे
स्टेशन
सूत्रों
के
मुताबिक
सस्पैंड
गार्ड
सुधीर
अपने
सहकर्मियों,
बाजार
के
कुछ
निवेशकों
व
कारोबारियों
का
दो
नंबर
का
पैसा
एक
नंबर
व
गोल्ड
में
बदलने
के
लिए
सूरत
व
अन्य
शहरों
की
यात्रा
कर
चुका
है।
जानकारी
अनुसार
प्रति
एक
किलो
सोने
पर
करीब
50
हजार
रुपए
की
सीधी
बचत
होती
है।