फिल्मी स्टाइल में बच्चों का अपहरण, कार से उठा ले गए, जंगल के पास बेहोश मिले
राहतगढ़ के गाजीखेड़ा गांव में रविवार को चार पहिया वाहन से बदमाश दो बच्चों को उठा ले गए। परिजन ने काफी तलाश कि तो बाद में बच्चे गांव के बाहर बेहोशी की अवस्था में मिले थे। इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार राहतगढ़ के गाजीखेड़ा गांव के मुकेश अहिरवार के दो बेटे जिनमें 10 साल का विवेक और 6 साल का महेंद्र गांव में खेल रहे थे। इसी दौरान वहां चार पहिया वाहन से दो युवक आए और बच्चों को उठाकर कार में ले गए। पुलिस को बताया गया कि बच्चों को कुछ खाने दिया गया था, जिससे बच्चे बेहोश हो गए। मुकेश के अनुसार बच्चों की तलाश हुई तो बच्चे गांव से लगे जंगल में मिले हैं। जंगल से लगे खेत में काम कर रहे किसान ने बच्चों को देखा था, इधर पूरा गांव बच्चों को तलाश कर रहा था। बेहोश पड़े बच्चों को जंगल से उठाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां से उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
MP
में
थाना
प्रभारी
पर
काले
हिरण
का
शिकार
कर
दावत
उड़ाने
के
आरोप,
वन
विभाग
जांच
में
जुटा
पुलिस
कुछ
और
ही
कहानी
सुना
रही
राहतगढ़
थाना
प्रभारी
आनंद
राज
इस
मामले
में
कुछ
अलग
ही
कहानी
बयां
कर
रहे
हैं।
उनके
अनुसार
महेंद्र
के
साथ
गांव
क
अन्य
बच्चे
भी
खेल
रहे
थे।
उनसे
पूछताछ
की
गई
है।
बच्चों
ने
बताया
कि
गांव
के
पास
कुछ
लोग
बैठकर
शराब
पी
रहे
थे।
तभी
वहां
पर
विवेक
और
महेंद्र
पहुंच
गए।
शराबियों
ने
इनको
बिस्किट
खाने
को
दिए।
मजाक
में
बच्चों
से
पूछ
लिया
शराब
पीयोगे
तो
इन्होंने
हां
बोल
दिया।
उन
शरारती
युवकों
ने
इनको
शराब
पिला
दी
थी।
बच्चों
की
स्थिति
बिगड़
गई
तो
युवक
घबरा
गए
और
बच्चों
को
उठाकर
जंगल
के
पास
ले
गए
और
छोड़कर
भाग
गए
थे।
पुलिस
उनकी
तलाश
कर
रही
है।
टीआई
आनंद
राज
के
अनुसार
जिन
बच्चों
के
अपहरण
की
बात
कही
जा
रही
है,
उन्होंने
भी
पूछताछ
में
बताया
है
कि
लोग
उन्हें
उठाकर
नहीं
ले
गए,
बल्कि
वे
खुद
उनके
साथ
गाड़ी
में
गए
थे।