MP:कोरोना लॉकडाउन नियमों को तोड़ा तो मिलेगी 'राम नाम' लिखने की अनोखी सजा
MP:कोरोना लॉकडाउन नियमों को तोड़ा तो मिलेगी 'राम नाम' लिखने की अनोखी सजा
भोपाल,17 मई: कोरोना वायरस की दूसरी लहर की प्रकोप के बीच कई राज्यों में लॉकडाउन और पाबंदियां लगाई गई हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन सड़कों पर लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सड़कों पर मुस्तैद है। कई राज्यों और जिला के पुलिस कोरोना लॉकडाउन निमयों को तोड़ने के लिए अलग-अलग तरीकों से लोगों को सजा दे रहे हैं। कुछ राज्यों में लॉकडाउन तोड़ने पर वहां की पुलिस लोगों से कसरत करवाती है, तो कहीं सड़क पर खड़े होकर दंड बैठक करने की सजा दी जाती है। ऐसे में मध्य प्रदेश के सतना जिले में कोरोना लॉकडाउन निमयों को तोड़ने पर वहां एक अनोखी सजा दी जा रही है। जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है। मध्य प्रदेश के सतना जिले में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को 'राम नाम' लिखने की सजा दी जा रही है। सतना में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों से पुलिस राम नाम लिखवा रही है।
सतना के कोलगवां थाने के एसआई संतोष सिंह ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान जो लोग अनावश्यक घूम रहे हैं उनसे चार-पांच पेज पर राम नाम लिखवाते हैं और उन्हें छोड़ देते हैं। एसआई संतोष सिंह ने कहा कि कई लोगों को चार-पांच पेज पर राम नाम लिखने में 30-45 मिनट का वक्त लगता है। हम भगवान राम का नाम लिखवाकर न्हें घर पर रहने और अपने परिवारों की देखभाल करने की सलाह देते हैं।
कैसे आया ये आइडिया
संतोष सिंह ने कहा, जिले में कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के लिए 20 चेक पॉइंट्स बनाए गए हैं। लेकिन लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों को दंडित करने का ये नया तरीका हमे तब सूझा जब पास के एक समुदाय ने हमें कई पुस्तिकाएं दान कीं।
पुलिस ने कहा, पहले हम लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों को दंडित करने के लिए 45 मिनट से एक घंटे सिट-अप करने को कहते थे। फिर उन्हें लगभग एक घंटे बैठने को कहते थे और फिर चेतावनी देकर छोड़ देते थे। इसलिए, मैंने सोचा कि जब वह खाली बैठे रहेंगे तो इसके बजाय भगवान राम क्यों ना उनसे लिखवाया जाए। हमने उन्हें घर पर बैठने और बाहर घूमने के बजाय अपने माता-पिता की देखभाल करने के लिए भी आगाह करते हैं।
सजा देने के पहले ये सुनिश्चित करते हैं कि ये उनके धर्म से अलग तो नहीं है
उन्होंने कहा कि अब तक किसी को भी इस 'दंड' से गुजरने के लिए मजबूर नहीं किया गया है। सजा देने के पहले हम यह सुनिश्चित कर लेते हैं कि राम नाम लिखना उनके धार्मिक विश्वास के विपरीत तो नहीं है। संतोष सिंह ने कहा, लोगों को अपनी इच्छा से ऐसा करने के लिए कहा गया है। हम इसे 3 दिनों से कर रहे हैं और लगभग 25 लोगों को अब तक दंडित किया गया है, हमें इसके बारे में कोई शिकायत नहीं मिली है।