'2028 तक बराबर हो जाएगी हिंदू और मुसलमानों की जन्म दर', दिग्विजय सिंह ने बताया कारण
भोपाल,
सितंबर
23।
अक्सर
अपने
बयानों
को
लेकर
सुर्खियों
में
रहने
वाले
कांग्रेस
के
वरिष्ठ
नेता
दिग्विजय
सिंह
ने
कहा
है
कि
साल
2028
तक
हिंदू
और
मुसलमानों
की
जन्म
दर
बराबर
हो
जाएगी।
दिग्विजय
सिंह
भोपाल
में
आयोजित
एक
कार्यक्रम
में
बोल
रहे
थे।
यहां
उन्होंने
कहा
कि
मुसलमानों
की
प्रजनन
दर
(फर्टिलिटी
रेट)
हिंदुओं
के
मुकाबले
के
मुकाबले
तेजी
से
गिरी
है,
इसी
वजह
से
2028
तक
दोनों
समुदायों
की
जन्म
दर
लगभग
बराबर
सी
हो
जाएगी।
दिग्विजय सिंह ने एक स्टडी का दिया हवाला
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हाल ही में एक स्टडी सामने आई है, जिसमें ये बताया गया है कि 1951 के बाद से मुसलमानों के fertility rate में हिंदुओं के मुकाबले गिरावट आई है। सिंह ने कहा कि हालांकि हिंदुओं की fertility rate में गिरावट आई है, लेकिन मुस्लिमों की गिरावट अधिक है। सिंह ने बताया कि आज मुसलमानों में प्रजनन दर 2.7% है, जबकि हिंदुओं में यह 2.3% है। इसी दर के हिसाब से यह 2028 तक हिंदुओं और मुसलमानों में समान होगी।
'हिंदू और मुसलमानों को किया जाता है गुमराह'
आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह उस दावे को लेकर कटाक्ष कर रहे थे, जिसमें कहा जाता है कि मुसलमानों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि वो जल्द ही हिंदुओं से आगे निकल जाएंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो ऐसे दावे करता है, वो दोनों समुदायों को गुमराह करने का काम करता है। दिग्विजय सिंह ने ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ओवैसी मुसलमानों को खतरा बताकर उनका वोट बटोरने की कोशिश करते हैं।
दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत पर साधा निशाना
इस दौरान दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि इस विषय पर सार्वजनिक बहस करें। सिंह ने कहा कि मैं भागवत समेत संघ के उन सभी प्रचारकों को चुनौती देता हूं। मैं यह साबित कर दूंगा कि इस देश में मुसलमान कभी भी हिंदुओं को छोड़कर बहुसंख्यक समुदाय नहीं बन सकते क्योंकि मुसलमानों की प्रजनन दर घट रही है। वैसे भी महंगाई के कारण आम आदमी के लिए अपनी पत्नी और उससे पैदा हुए बच्चों का भरण-पोषण करना मुश्किल होता जा रहा है।