हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे के नाम पर खोला 'स्टडी सेंटर', मचा बवाल
Hindu Mahasabha opened a study centre in Gwalior dedicated to Nathuram Godse: हिंदू महासभा ने दौलतगंज स्थित अपने कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे के नाम पर 'स्टडी सेंटर' का शुभारंभ किया है। जिसमें वीर सावरकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना करने वाले डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पोस्टर लगाए गए हैं, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस 'स्टडी सेंटर' में चंद्रशेखर और भगत सिंह की भी फोटो नहीं लगी है। इस बारे में बात करते हुए महासभा के वाइस प्रेसिडेंड ने कहा कि यह स्टडी सेंटर युवाओं के लिए खोला गया, जहां उन्हें देशभक्ती, देशभक्त और देश की आजादी के बारे में बताया जाएगा।
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कांग्रेस ने जमकर इस बात के लिए भाजपा और हिंदू महासभा पर निशाना साधा है। एमपी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि भाजपा -आरएसएस की सरकार बनती है तब महात्मा गांधी के हत्यारों का महिमामंडित किया जाता है, ये सभी बापू के हत्यारे को आदर्श मानते हैं, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इन सभी की मंशा क्या है और क्या सोच रखते हैं।
सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री ने की थी गोडसे की पूजा
मालूम हो कि 20 नवंबर 2020 को भी हिंदू महासभा की नेता और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिस पर भी काफी बवाल मचा था। इस वीडियों मे राजश्री अपने समर्थकों के साथ महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पूजा करते हुए नजर आ रही थीं। इस बारे में बात करते हुए राजश्री ने कहा था कि नाथूराम गोडसे की गलत छवि बना रखी है, कांग्रेस की सरकार ने उन्हें बदनाम किया है, वो गलत नहीं थे बल्कि देशभक्त थे।
नाथूराम गोडसे का बलिदान दिवस मनाया था
आपको बता दें कि हिंदू महासभा के सदस्यों ने ग्वालियर में नाथूराम गोडसे का बलिदान दिवस भी मनाया था, जिसके कारण महासभा के सदस्यों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। आपको बता दें कि नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में गोली मारकर महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी।
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