UP: कार्यसमिति की बैठक में BJP का बड़ा फैसला, पार्टी पदाधिकारी नहीं लड़ सकेंगे पंचायत चुनाव
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी कार्यसमिति की बैठक में यूपी में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बैठक में चर्चा के दौरान इस पर सहमति बनी कि पार्टी पदाधिकारी पंचायत चुनाव नहीं लड़ेंगे। अगर चुनाव लड़ेंगे तो उन्हें पद छोड़ना पड़ेगा। चाहें वह संगठन के किसी भी पद पर जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी भी हो। बैठक में पंचायत चुनाव व अगले साल होने वाले प्रदेश में विधानसभा चुनाव पर विस्तार से चर्चा की गई। तय किया गया कि पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव में केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की योगी सरकार द्वारा किए गए कार्यों को जन-जन तक पहुंचाएंगे और जनता से समर्थन मांगेंगे। पार्टी ने 19 मार्च से 26 मार्च तक का कार्यक्रम तय किया, जिसमें भाजपाई योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे और उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी की नवगठित प्रदेश कार्यसमिति की पहली बैठक लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यसमिति का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि 2022 में होने वाले यूपी के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 2017 की अपेक्षा अधिक सीटों पर विजय प्राप्त करेगी। रक्षा मंत्री ने भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के उद्घाटन भाषण में कहा, 'भाजपा में सबसे ताकतवर पन्ना प्रमुख (भाजपा की सबसे निचली इकाई) हैं और समीक्षा करेंगे तो पाएंगे तो यह सिर्फ सत्ता हासिल करने वाले कार्यकर्ताओं का झुंड ही नहीं बल्कि एक जीवंत पार्टी है, जिसका एक राजनीतिक दर्शन है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, उत्तर प्रदेश में मिली विराट विजय के बाद संगठन और सुगठित हुआ है। पार्टी पंचनिष्ठा के सिद्धांतों पर चलती है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए रास्ते पर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी ने रास्ता बनाया। उन्होंने कहा कि 2014 में एक चाय बेचने वाला, गरीब तपस्वी प्रधानमंत्री बना। कांग्रेस ने अंबेडकर जी को भूला दिया था, लेकिन मोदीजी ने पंचतीर्थ बनाए। सरदार पटेल के योगदानों को सहेजा। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जो कार्य कर रहे हैं वो बेमिसाल हैं। काशी आज नए कलेवर में है। कोरोना काल में बेहतरीन काम हुआ। मोदी और योगी सरकार के कामों की प्रशंसा विश्व पटल पर हुई है। कोरोना काल मे राष्ट्रीय नेतृत्व ने डिजिटल माध्यम से सेवा ही संगठन का कार्यक्रम चलाया। कार्यकर्ताओं ने जान की परवाह किए बिना काम किया।
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