यूपी में 16 लाख से अधिक कर्मचारी तीन दिन की महाहड़ताल पर
लखनऊ। अपनी तमाम मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारी आज एक साथ हड़ताल पर हैं। तकरीबन 16 लाख राज्य कर्मचारी इस हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एकीकृत व उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर के तहत यह हड़ताल की जा रही है।
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लाखों कर्मचारी ले रहे हैं हिस्सा
कर्मचारी तीन दिन की महाहड़ताल पर जा रहे हैं, इसमें 250 कर्मचारी और शिक्षक संगठन हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा 40 हजार सफाई कर्मचारी भी आरक्षण के विरोध में आज विधानसभा का घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषऱद के प्रदेश अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी का कहना है कि इस हड़ताल को प्रदेशभर के कर्मचारियों का समर्थन प्राप्त हैं और इसमें 16 लाख से अधिक कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। आंदोलित कर्मचारी राजभवन व लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय के सामने भी प्रदर्शन करेंगे। हड़ताल के दूसरे दिन कर्मचारी उद्यान भवन व तीसरे दिन राम मनोहर लोहिया संस्थान के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
ये हैं मांगें जिनको लेकर कर्मचारी हैं सड़कों पर
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि विकास विबाग के द्वारा जारी शासनादेश जिसमें संविदा सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए लागू आरक्षण को रद्द किया जाए। इसके अलावा कर्मचारियों की मांग है कि सफाई कर्मचारियों की भर्ती 26 सितंबर 1968 के शासकीय संकल्प के आधार पर की जाए। इसके अलावा कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि 35 हजार सफाई कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ती की जाए। इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों को ठेके पर रखने की व्यवस्था को भी तत्काल खत्म किया जाए।
शहर को भारी जाम का सामना करना पड़ सकता है
कर्मचारियों की इस महाहड़ताल के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शहर भर में कर्मचारियों की हड़ताल के चलते यातायात प्रभावित होगा। जुलूस वह हड़ताल के चलते विधानसभा, हजरतगंज, राजभवन में भारी जाम का सामना लोगों को करना पड़ सकता है।