मायावती का नेताओं को फरमान, लिखा हुआ ही भाषण दें
लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती अपने नेताओं द्वारा किसी भी विवादित बयानों के विवाद में फंसने का जोखिम नहीं लेना चाहती हैं। लिहाजा उन्होंने अपने सभी नेताओं को लिखित भाषण ही दने को कहा है।
पीएम
नरेंद्र
मोदी
करते
हैं
24
घंटे
की
ड्यूटी,
एक
दिन
नहीं
ली
छुट्टी!
जिस
तरह
से
हाल
ही
में
कांग्रेस
उपाध्यक्ष
राहुल
गांधी
ने
सर्जिकल
स्ट्राइक
पर
खून
की
दलाली
का
बयान
दिया
था
और
उनकी
हर
तरफ
आलोचना
हुई,
इस
तरह
के
किसी
भी
विवाद
को
टालने
के
लिए
मायावती
ने
अपनी
पार्टी
के
नेताओं
के
लिए
साफ
निर्देश
जारी
किए
हैं।
ISIS
की
क्रूरता:
महिला
ने
बताया
उसे
5
बार
बेचा
गया,
उसकी
बहन
से
कराई
7
लोगों
की
शादी
मायावती
ने
नेताओं
को
हिदायत
दी
है
कि
संवेदनशील
मुद्दों
पर
अपनी
राय
रखते
मय
लिखे
भाषण
को
ही
बोले।
मायावती
ने
नेताओं
को
किसी
भी
साजिश
में
फंसने
से
बचने
के
लिए
होशियार
रहने
को
कहा
है।
मायावती ने खुद लखनऊ में काशीराम जयंती के मौके पर अपने लिखित भाषण पर सफाई दी। उन्होंने कहा था कि वह खुद के द्वारा लिखा ही भाषण पढ़ती हैं, जिससे कि वह किसी भी तरह के विवाद में नहीं फंसे। इसके बाद उन्होंने अपने नेताओं को भी ऐसा ही करने को कहा है।
इमाम
को
मस्जिद
के
अंदर
पत्नी
ने
पकड़ा
रंगे
हाथ,
हो
गया
तलाक
मायावती
ने
पार्टी
के
नेताओं
से
कहा
है
कि
प्रदेश
में
चुनाव
के
मद्देनजर
बसपा
के
लिए
रूझान
लोगों
में
है
ऐसे
में
विरोधी
पार्टियों
की
किसी
भी
साजिश
से
बचकर
रहने
की
जरूरत
है।
मायावती
ने
कहा
कि
आपके
बयानों
को
तोड़
मरोड़
कर
मीडिया
में
ना
चलाया
जाए
लिहाजा
लिखित
भाषण
ही
बोलें।