सीएम योगी का विपक्षियों पर हमला, कहा- दलितों और गरीबों को वोट बैंक तो बनाया, लेकिन हित में कोई काम नहीं किए
लखनऊ। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहब से जुड़े सभी स्थलों, पंच तीर्थों का निर्माण पीएम नरेंद्र मोदी के विजन के कारण हो पाया। उन्होंने कहा, बाबा साहब को आखिर यह सम्मान कांग्रेस और अन्य दलों ने क्यों नहीं दिया। आज कोई भी योजना निकलती है, तो उसका आधार वही वंचित होता है, वही दलित होता है, वही गरीब होता है, जिसे वोट बैंक तो बनाया गया, लेकिन जिसके हित में ईमानदारी पूर्वक कोई काम नहीं हुए थे। सीएम योगी ने ये बातें बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर अंबेडकर महासभा कार्यालय के अस्थि कलश स्थल में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
सीएम योगी ने 'डॉ. अंबेडकर और जोगेन्द्रनाथ मंडल' पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब महान बने, लेकिन उनके समकक्ष दलितों की आवाज को बुलंद करने वाले जोगेंद्रनाथ मंडल को वह सम्मान नहीं मिल पाया। यह पुस्तक दोनों के बारे में स्पष्ट व्याख्या करती है। सीएम योगी ने कहा, आजादी के पूर्व दलितों की आवाज के दो महापुरुष बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और जोगेंद्रनाथ मंडल थे और जब कांग्रेस ने बाबा साहब को नेशनल असेंबली में जाने से रोका था, तो जोगेंद्र नाथ मंडल ने ही अपनी सीट छोड़ी थी। आजाद भारत में जोगेंद्र नाथ मंडल को कभी भी सम्मान नहीं मिल पाया। अगर प्रधानमंत्री ने संसद में इस पुस्तक का उल्लेख नहीं किया होता, तो जोगेंद्र नाथ मंडल का नाम लोग भूल ही चुके थे। यानि मातृभूमि के लिए जो भी योगदान देगा उसके प्रति भारत का हर नागरिक कृतज्ञता इस रूप में करेगा, जो सम्मान बाबा साहब को मिला।
कुत्सित मंशाएं बांटने की कोशिश सफल नहीं हो पाएगी: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि बाबा साहब ने देश की आजादी के पहले और बाद में देश की जनता को खासतौर पर दलितों और गरीबों को जिन मुद्दों के प्रति सावधान किया था, चाहे वह निजाम के लालच के मुद्दे रहे हों या जिन्ना के लालच का जवाब उन्होंने जिन शब्दों में दिया था, हमें उसके प्रति सचेत रहना पड़ेगा। पाकिस्तान में वह सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं और यहां पर लालच देने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। अगर हम उससे सावधान रहेंगे, तो जो कुत्सित मंशाएं बांटने की हो रही हैं, वह सफल नहीं हो पाएंगीं।
'सामाजिक अस्पृश्यता के खिलाफ पूरे समाज को लड़ना होगा'
स्वामित्व योजना का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पहले ग्राम पंचायत की भूमि किसी गरीब या दलित को मिल गई, लेकिन उस भूमि का मालिकाना हक उसे नहीं मिल पाता था। वह चाहता था कि मैं बैंक से लोन ले लूं, लेकिन नहीं ले सकता था। अब प्रधानमंत्री ने स्वामित्व योजना भी शुरू कर दी है। जहां पर जिसका मकान है, उस मकान का कागजों में नाम भी उसी व्यक्ति के नाम चढ़ जाएगा और वह चाहेगा, तो उस जमीन को गिरवी रखकर लोन लेकर अपना कारोबार भी कर सकता है। यह सुविधा प्रदेश में भी लागू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि हम सबका उद्देश्य संविधान की शपथ लेते हुए यही है कि सामाजिक अस्पृश्यता का भाव मानतवा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इस मानवीय सृष्टि के खिलाफ सबसे बड़ा अन्याय है। इस अन्याय के खिलाफ पूरे समाज को मिलकर लड़ना होगा कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
यही है भारत के संविधान का मूल भाव: योगी
बाबा साहब के संविधान की चार बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं। बंधुता, समानता, न्याय और स्वतंत्रता इन चार मूल्यों पर आधारित भारत का संविधान बाबा साहब की यश और कीर्ति को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। हमें भी बंधुता के भाव का प्रचार प्रसार करना होगा। हमें समतामूलक समाज की भावना को आगे बढ़ाना होगा। न्याय सबके लिए हो, सर्वसुलभ हो, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ना होगा। साथ ही किसी के भी स्वाधीनता को जबरन कैद कर नहीं रखा जा सकता है, इस भावना को लेकर भी आगे बढ़ना होगा। यही भारत के संविधान का मूल भाव है।
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