प्रदूषित शहरों में लखनऊ 9वें स्थान पर, Akhilesh Yadav ने ट्वीट कर भाजपा सरकार पर कसा तंज
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भाजपा सरकार पर तंस कसा है। अखिलेश यादव ने कहा, 'अगर सपा सरकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट मेट्रो, साइकिल ट्रैक, गोमती रिवर फ़्रंट, पार्क व सफ़ारी जैसे पर्यावरणीय काम न रोके होते तो आज की भाजपा सरकार को ये दिन नहीं देखना पड़ता।' दरअसल, प्रदूषण के मामले में उत्तर प्रदेश के 10 शहर को नाम दुनियाभर के प्रदूषित शहरों की लिस्ट में शामिल हो गया है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के शहरों में प्रदूषण का स्तर हमेश ही बढ़ा रहता है, लेकिन एक ताजा रिपोर्ट ने तो चिन्ता और बढ़ा दी है।

ग्रीन पीस की ओर से जारी की गई ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 30 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में लखनऊ नौवें स्थान पर है। चिंता की बात यह है कि इस सूची में 10 शहर अकेले यूपी के हैं। वहीं, गाजियाबाद दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। गाजियाबाद के बाद बुलंदशहर, बिसरख जलालपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर और लखनऊ का नंबर है। इन शहरों में प्रदूषण का स्तर पीएम 2.5 के आधार पर मापा गया है। यह बात भी गौर करने लायक है कि 2020 में लॉकडाउन की वजह से प्रदूषण काफी कम रहा, फिर भी सालाना औसत में ज्यादा गिरावट नहीं दर्ज की गई है।
बढ़ते प्रदूषण पर अखिलेश यादव का तंज
वहीं, उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ते प्रदूषण पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश यादव ने लिखा, 'दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 10 शहर उप्र के आएं हैं व राजधानी लखनऊ दुनिया में 9वें नंबर पर। अगर सपा सरकार के पब्लिक ट्रांसपोर्ट मेट्रो, साइकिल ट्रैक, गोमती रिवर फ़्रंट, पार्क व सफ़ारी जैसे पर्यावरणीय काम न रोके होते तो आज की भाजपा सरकार को ये दिन नहीं देखना पड़ता।'