किसानों की 'अंतिम अरदास' में शामिल हुईं Priyanka Gandhi, राकेश टिकैत भी हैं मौजूद
किसानों की 'अंतिम अरदास' में शामिल हुईं Priyanka Gandhi, राकेश टिकैत भी हैं मौजूद
लखीमपुर खीरी, 12 अक्टूबर: तिकुनिया में किसानों की आत्म शांति के लिए अंतिम अरदास (श्रद्धांजलि सभा) का कार्यक्रम जारी है। किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी पहुंच गई है। तो वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी लखीमपुर खीरी पहुंचे गए। दोनों नेता यहां 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए चार किसान समेत आठ लोगों की श्रद्धांजलि देंगे। तो वहीं, श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने जा रहे राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के अध्यक्ष जयंत चौधरी को बरेली जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट पर रोक दिया। जयंत चौधरी के रोके जाने से उनके समर्थकों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है।
लखीमपुर पहुंचे भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वो पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है। अगर किसानों को जल्द न्याय नहीं मिला तो हमारा आंदोलन लगातार चलता रहेगा। तो वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी के तिकुनिया पहुंच गई हैं। प्रियंका गांधी किसानों की आत्मा की शांति के लिए अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हो गई हैं। प्रियंका गांधी के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू भी हैं। बता दें कि श्रद्धांजलि सभा के लिए करीब 30 एकड़ इलाके में इंतजाम किए गए हैं। यह कार्यक्रम स्थल घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर है।
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तो वहीं, किसानों की अंतिम अरदास को देखते हुए सरकार भी लखीमपुर खीरी सहित पूरे पश्चिमी यूपी में अलर्ट मोड में है। प्रदेश सरकार को डर है कि उनकी एक चूक से पश्चिमी यूपी का माहौल बिगड़ सकता है। इसीलिए किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने पश्चिमी यूपी में 20 आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया है। तो वहीं, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के अध्यक्ष जयंत चौधरी को बरेली जिला प्रशासन ने एयरपोर्ट पर रोक दिया। जयंत चौधरी के रोके जाने से उनके समर्थकों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है। ऐसी भी सूचना आ रही है कि एयरपोर्ट पर आरएलडी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है।
वहीं, दूसरी तरफ लखीमपुर आने वाले किसानों को जगह-जगह रोका जा रहा है। इसको लेकर किसान आक्रोशित हो रहे हैं। मंच से बार-बार अनाउंस किया जा रहा है कि प्रशासन उन्हें परेशान न करे। दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी में मारे गए चार किसानों के 'अंतिम अरदास' अनुष्ठान को तिकुनिया में 12 अक्टूबर को 'शहीद किसान दिवस' के रूप में मनाने का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने लोगों से मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों में प्रार्थना सभा आयोजित करने की भी अपील की।
वहीं, दूसरी तरफ लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। एसआईटी के सामने चुनौती होगी कि वो इन्हीं तीन दिनों में लखीमपुर कांड का सच सामने लाए, क्योंकि लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बावजूद विपक्ष का हमला कम नहीं हो रहा। तो वहीं, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी आ रहे है। ऐसा माना जा रहा है कि इस घटना का सीधा असर चुनावों पर पड़ सकता है।