Rajasthan : जंगली जानवर के जबड़े में छह माह की बच्ची को जिंदा निकाल लाई मां
कहते हैं मां तो मां होती है। अपने बच्चों की सलामती के लिए मां 'मौत' से भी लड़ जाती है। ऐसा ही मामला राजस्थान के कोटा में सामने आया है। यहां पर एक मां अपनी छह माह की बच्ची को सियार के जबड़े से निकाल लाई। इसके बाद सियार वहां से दुम दबाकर भाग गया।
जानकारी के अनुसार कोटा जिले के इटावा इलाके के गांव झाड़ोल में 33 वर्षीय तुलसा बाई अपनी भैंसों को चारा डाल रही थी। तब उसे बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्ची पास ही थी। तुलसा बाई ने देखा कि एक सियार उसकी बेटी को जबड़े में पकड़ रखा था। तुलसा बाई ने एक पल की भी देरी किए बगैर सियार से भिड़ गई।
तुलसा ने अपनी 6 महीने की बेटी को सियार से बचाने के लिए उस पर हमला कर देती है। बच्ची का सिर सियार जबड़े में फंसा हुआ था। उसने बेटी को मौत के मुंह से बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। उस वक्त तुलसा बाई के पति जोधराज काम के सिलसिले में बाहर गए हुए थे। बेटी को बचाने के लिए तुलसा बाई ने पास में पड़ी लकड़ी उठाकर सियार पर फेंकी तो सियार बच्ची को जबड़े में दबाकर इधर-उधर भागता रहा।
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शोर शराबा सुनकर पड़ोस में रहने वाली एक महिला भी वहां आ गई। आते ही उसने भी पत्थर उठाकर सियार पर फेंका। फिर सियार और तुलसा बाई का आमना सामना हुआ। पड़ोसन ने एक लकड़ी फेंकी तो सियार रुका और वापस घर के दरवाजे की ओर जाने लगा। तब तुलसा बाई ने दौड़कर सियार के पीछे के दोनों पैर पकड़कर उसे उछाल दिया तो बेटी उसके मुंह से छिटक गई। तुलसा बाई ने अपनी बेटी को संभाला। इतने में तो कई और लोग आ गए। इसके बाद सियार एक दूसरे मकान में घुस गया। जहां लोगों ने उसे मार दिया।
बच्ची का कोटा के जेके लोन अस्पताल में उपचार चल रहा है। मीडिया से बातचीत में डॉ सुनीता खंडेलवाल ने बताया कि बच्ची के सिर व आंखों पर काफी घाव हैं। शुरुआत पर तो ऐसा लगा कि बच्ची की आंख पूरी तरह से चली गई हालांकि बाद में जब आंखों के डॉक्टर ने चेक किया तो थोड़ी राहत मिली है कि आंख बच जाएगी।