श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के नाम पर रेलवे पुलिस ने की उगाही, कानपुर सेंट्रल रेलवे के वेंडरों से वसूले 2100 रुपए
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के नाम पर रेलवे पुलिस ने की उगाही, कानपुर सेंट्रल रेलवे के वेंडरों से वसूले 2100 रुपए
कानपुर, 18 अगस्त: भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर जबरन चंदा वसूलने का मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से सामने आया है। यहां रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) पर आरोप लगा है कि वो जीएमसी में काम करने वाले वेंडरो से जबरन चंदा वसूल रहे है। आरोप है कि प्रत्येक वेंडर से जबरन 2,100 रुपए की पर्ची काटी जा रही है। वहीं, इस मामले के संज्ञान में आते ही अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए है।
19 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी
दरअसल, कानपुर जिले में जन्माष्टमी 19 अगस्त दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। पूरी दुनिया में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है और उनके बाल गोपाल स्वरूप की पूजा की जाती है। तो वहीं, बृज क्षेत्र में जन्माष्टमी के मौके पर विशेष और भव्य सजावट की जाती है।
जन्माष्टमी पर जेब भरने का आरपीएफ जवानों ने अपनाया अनोखा तरीका
बता दें कि जन्माष्टमी के मौके पर आरपीएफ बैरक झकरकटी को इस मौके पर भव्य तरीके से सजाया जाता है और यहां की झांकी आकर्षण का केंद्र रहती हैं। लेकिन इस बार आरपीएफ जवानों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की आड़ में अपनी जेब भी भरने का अनोखा तरीका अपनाया है।
जन्माष्टमी की आड़ में वेंडरों से वसूले 2100 रुपए
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन्माष्टमी के मौके पर कानपुर सेंट्रल स्टेशन और जीएमसी में काम करने वाले वेंडरों से 2100 रुपए की रसीद कटवाई जा रही है। रसीद में बकायदा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आरपीएफ बैरक झकरकटी कानपुर की मोहर लगी है। वेंडरों का आरोप है कि आरपीएफ भगवान के नाम पर जबरन चंदा वसूली की जा रही हैं। इससे वेंडर काफी परेशान हैं।
ट्विटर के माध्य से की शिकायत
तो वहीं, अब चंदा वसूली के इस खेल की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर रेलवे महाप्रबंधक, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे (जीएमएनसीआर), मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) और सीटीएम और आरपीएफ के उच्च अधिकारियों को दी है। वेंडरों से जबरन चंदा वसूलने की जानकारी मिलने के बाद रेलवे के अधिकारियों ने इस मामले की जांच के आदेश दिए है। डिप्टी सीटीएम आशुतोष कहना है कि अधिकारियों के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। आरपीएफ को ट्वीट किया गया मैसेज फारवर्ड कर दिया गया है। वह मामले की जांच की जा रही है।
जांच के लिए टीम की गई नियुक्त
तो वहीं, आरपीएफ कमाण्डर बुद्ध पाल सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। एक दारोगा और दो सिपाहियों को जांच के लिए नियुक्त किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।