ED के समन पर तेज हुई राजनीतिक हलचल, Hemant Soren ने आज शाम बुलाई UPA विधायक दल की बैठक
Hemant Soren News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार 02 नवंबर को समन जारी किया है। समन जारी करते हुए ईडी ने कल यानी 03 नवंबर को रांची स्थित कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है। जिसके बाद झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। तो वहीं, अब झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने आज शाम यूपीए विधायक दल की बैठक बुलाई है।
समाचार न्यूज़ एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, आज शाम सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में यूपीए विधायकों की बैठक रांची में मुख्यमंत्री आवास पर होगी। इस बैठक का आयोजन शाम 5 बजे से किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस बैठक में सरकार में शामिल झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के विधायक शामिल हो सकते हैं। संभव है कि बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी शामिल होंगे। यूपीए विधायक दल की बैठक में ईडी द्वारा जारी समन को लेकर सरकार की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।
आपको बता दें कि हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा समन जारी होने की खबर मीडिया में आते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पार्टी के नेता मनोज पांडे ने 'केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया।' मनोज पांडे ने कहा, 'अगर अन्याय हुआ तो हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। पता नहीं क्या ईडी किसी मुख्यमंत्री को तलब कर सकता है। अगर ऐसा है, तो मुख्यमंत्री कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद जवाब देंगे।' तो वहीं, झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र गैर-भाजपा राज्यों में सरकार को अस्थिर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है।
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के उल्लंघन की जांच और साहेबगंज जिले में एक अवैध खनन मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 3 नवंबर को तलब किया है। आपको बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन से सवाल-जवाब की मुख्य वजह उनके करीबी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता पंकज मिश्रा हैं, जिन्हें अवैध खनन मामले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत अरेस्ट किया गया है। उन पर अवैध खनन मामले में शामिल होकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है।
बता दें, सोरेन पहले से ही लाभ के पद के आरोप में घिरे हुए हैं, ऐसे में ईडी की ओर से पूछताछ, निश्चित तौर पर उनके लिए नई परेशानी है। गौरतलब है कि खनन घोटाले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है, प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मार्च में पंकज मिश्रा के खिलाफ इसी साल के मार्च में मामला दर्ज किया गया था उसके बाद उनके करीबियों और उनके घर और दफ्तरों पर छापेमारी की गई थी। जिसके बाद 19 जुलाई में पंकज मिश्रा को अरेस्ट किया गया था। अभी तक पंकज मिश्रा द्वारा अर्जित अवैध 42 करोड़ रुपये संपत्ति के बारे में पता लग चुका है।