बोकारोः टाइफाइड और कोरोना के बीच लोग भ्रमित, बढ़ रही है मृतकों की संख्या
रांची। झारखंड में इन दिनों कोरोना के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं प्रदेश के लोग इस वक्त एक गंभीर परेशानी से जूझ रहे हैं। दरअसल, झारखंड के बोकारो जिले में कई लोग टाइफाइड के शिकार हो रहे हैं पर उनके शरीर में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं। इसके चलते जिले में एक महीने में कोरोना के चलते होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं जब लोग अपना टाइफाइड टेस्ट करा रहे हैं तो उनका कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक टाइफाइड होने के चलते पीड़ितों को अस्पताल में इलाज नहीं मिल पा रहा है।
बोकारो सदर अस्पताल में भर्ती 55 वर्षीय धर्मनाथ रविदास के बेटे मनीष ने बताया कि उनके पिता कोरोना का इलाज करवा रहे हैं। एक हफ्ते पहले उनको टाइफाइड हुआ था। लेकिन दो दिन के अंदर ही ऑक्सीजन का लेवल कम होने लगा। इस दौरान उन्हें यह समझ में नहीं आया कि उनके पिता का कोरोना टेस्ट क्यों कराया जा रहा है। जबकि सच में उनको कोरोना था। बेटे ने बताया कि हम सौभाग्यशाली थे कि हमें तुरंत ऑक्सीजन मिल गई।
बता दें कि बोकारो में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या दो गुनी हो गई है। प्रदेश में कोरोना से प्रभावित होने वाला ये चौथा जिला है। यहां के लोग कोरोना और टाइफाइड के बीच भ्रमित हो रहे हैं। इसके चलते मरीजों के इलाज में देरी हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में लोग डर से कोरोना का टेस्ट नहीं करवा रहे हैं। यह जागरुकता की कमी है।
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में पेटरवार ब्लॉक के बुंडु ग्राम पंचायत के प्रमुख अनिल सिंह ने सीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग में इस भ्रम की चर्चा की थी। उन्होंने कहा, "राम स्वरूप अग्रवाल को पहले टाइफाइड की पुष्टि हुई थी...ये भ्रम पैदा करने वाली स्थिति है। "