Somu Prajapati : भारत में जॉब के लिए ठुकराया ₹ 2 Cr 25 लाख का ऑफर, कौन है ये होनहार सोमू प्रजापति?
जयपुर, 6 दिसम्बर। पैसों के खातिर जॉब करने के लिए भारतीय युवा सात समंदर पार किसी भी देश में चले जाते हैं, मगर इस मामले में 21 साल के सोमू प्रजापति की कहानी सबसे जुदा व हर किसी को प्रेरित करने वाली है।
कोटपूतली का रहने वाला है सोमू
सोमू प्रजापति राजस्थान की राजधानी जयपुर से 109 किलोमीटर दूर कोटपूतली शहर के बुचाहेड़ा छोटा बाजार में जगन्नाथ मंदिर के पास रहने वाले हनुमान सरण व भंवरी देवी का पोता है। सोमू प्रजापति ने भारत में रहकर जॉब करने के लिए विदेशी धरती पर काम करने का 2 करोड़ 25 लाख का ऑफर ठुकराया दिया। अब एक करोड़ 80 लाख के सालाना पैकेज में भारत में काम करेगा।
सोमू प्रजापति की मां का इंटरव्यू
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में सोमू प्रजापति की मां मधू प्रजापति ने बेटे की कामयाबी की पूरी कहानी बयां की और देश में सर्वाधिक प्लेसमेंट पैकेज पाने वाले आईआईटीयन में शामिल होकर घर लौट रहे बेटे के स्वागत की तैयारियों के बारे में भी बताया।
कानपुर IIT में पढ़ रहा है सोमू प्रजापति
सीनियर एडवोकेट मधू प्रजापति बताती हैं कि बेटा अभी कानपुर आईआईटी में अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। हाल ही आईआईटी में हाल ही में हुए डोमेस्टिक एवं अब्रोड प्लेसमेंट में सोमू प्रजापति को सिंगापुर की कंपनी क्वांट बॉक्स ने सिंगापुर में रहकर काम करने के लिए 2 करोड़ 25 लाख रु. सालाना और भारत में रहकर काम करने पर 1 करोड़ 80 लाख रुपए सालाना का ऑफर दिया।
बंगलुरु में काम करेगा सोमू
सोमू ने प्रतिमाह 18.75 लाख यानी 2 करोड़ 25 लाख के ऑफर को ठुकरा दिया और भारत में ही रहकर देश के लिए सेवा करना स्वीकारा है। अब सोमू बतौर सॉफटवेयर इंजीनियर बंगलुरु में रहकर सिंगापुर की क्वांट बॉक्स कंपनी के लिए काम करेगा।
सोमू प्रजापति का परिवार
दादा
-
हनुमान
सरण,
रिटायर्ड
हवलदार,
भारतीय
सेना
दादी
-
भंवरी
देवी
पिता
सुरेंश
चंद्र
प्रजापति-
आईटीबीपी
में
असिस्टेंट
कमांडेंट
पद
पर
छत्तिसगढ़
में
पोस्टेड
बहन
-
दीक्षा
प्रजापति
-
आईआईटी
मंडी
हिमाचल
प्रदेश
से
एमएससी
कर
रही
है।
सोमू
प्रजापति
का
जन्म
-
11
सितम्बर
2000
हर कक्षा में टॉपर रहा सोमू
मधू बताती हैं कि उनका बेटा बचपन से होनहार रहा है। वह कक्षा एक से लेकर 12वीं तक में टॉपर रहा है। पिता की पोस्टिंग के चलते सोमू की शुरुआती पढ़ाई लददाख, शिवपुरी एमपी, शिमला से हुई। सभी कहते भी थे कि सोमू एक दिन कुछ बड़ा करके दिखाएगा। वो बात अब सच साबित हो गई।
मां ने की स्वागत की तैयारी
सोमू अभी कानपुर आईआईटी में पढ़ रहा है। 20 दिसम्बर के आस-पास वह घर आएगा। करोड़ों का पैकेज पाने के बाद पहली बार घर आ रहे बेटे के स्वागत के लिए पूरे परिवार ने खासी तैयारी की है। बेटा अगर फ्लाइट से आया तो मां जयपुर एयरपोर्ट पोर्ट जाएगी।
मामा ने किया मॉटिवेट
सोमू की नानी कमलेश वर्मा होममेकर और मामा आयुष न्यूरो फिजिशियन डॉक्टर हरिशचंद वर्मा ने उसे आगे बढ़ने के लिए मॉटिवेट किया। सोमू का ननिहाल कोटा में है। इतने बड़े पैकेज पर नौकरी लगने के कारण ननिहाल कोटा में भी जश्न का माहौल है।
सीकर की प्रिंस एकेडमी में पढ़ा सोमू
सोमू प्रजापति ने 12वीं की पढ़ाई सीकर की प्रिंस एजुहब से की। यहीं पर रहकर उसने आईआईटी की तैयारी की और अखिल भारतीय स्तर पर ओबीसी में 97वीं रैंक हासिल की। सोमू प्रजापति के प्लेसमेंट पर सीकर की प्रिंस एजुहब संस्था प्रबंधक जोगेन्द्र सुण्डा, चेयरमैन, निदेशक डा. पीयूष सुण्डा एवं मुख्य प्रबंध निदेशक राजेश ढिल्लन ने सोमू, परिवारजनों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को बधाईयाँ दी।
बेरोजगार को रोजगार मुहैया करवाने का सपना
सोमू प्रजापति खुद का कोई स्टार्टअप शुरू करके देश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया करवाना चाहता है। वहीं सोमू के पिता रिटायरमेंट के बाद समाजसेवा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं।