पिता गोल्ड मेडलिस्ट MLA, बेटा दे रहा चपरासी का इंटरव्यू
जयपुर। अक्सर आपने देखा होगा कि एक पिता हमेशा यहीं चाहता है कि उसका बेटा उसके नक्शेकदम पर चले या फिर उससे बेहतर करें, लेकिन राजस्थान में भाजपा विधायक ऐसा नहीं चाहते है। वो चाहते हैं कि उनका बेटा अपनी योग्यता के हिसाब से नौकरी पाएं।
राजस्थान के टोंक जिले के निवाई विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हीरा लाल रैगर का बेटा 8वीं पास है। ऐसे में पिता ने नौकरी पाने में उसकी कोई मदद नहीं की। वो चाहते हैं कि उनका बेटा अपनी योग्यता की नौकरी पाएं। हीरा लाल खुद तीन विषयों में स्नातक है और गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुके है, लेकिन उनका बेटा पढ़ाई में पिछड़ गया और आठवीं के बाद पढ़ाई नहीं कर पाया।
विधायक रहने के बावजूद भी उन्होंने अपने बेटे की कोई मदद नहीं की और अब उनका बेटा अजमेर में कृषि उपज मंडी में चर्तुथ श्रेणी कर्मचारी के पद के लिए इंटरव्यू दे रहा है। हीरा लाल कहते है कि इंसान को वही काम करना चाहिए जो उसकी क्षमता के अनुरूप हो। चूंकि उसका बेटा कम पढ़ा-लिखा है इसलिए इसी तरह की नौकरी के लायक है।