Rajasthan: जालौर में दलित छात्र का शव उठाने को लेकर पुलिस और प्रदर्शनकरियों में झड़प, पुलिस ने किया लाठचार्ज
जयपुर, 14 अगस्त। राजस्थान के जालौर में दलित छात्र की मौत के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मृतक दलित छात्र के परिजनों ने बच्चे का शव उठाने से इंकार कर दिया है। पुलिस की समझाइश के बावजूद परिजन नहीं माने। इसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प और पत्थरबाजी हुई है। गाड़ियों में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया गया। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए। नाराज प्रदर्शनकारियों ने गांव के सभी रास्तों पर गाड़ियां खड़ी कर रास्ते बंद कर दिए हैं। पुलिस घायलों को अस्पताल भी नहीं भेज पा रही है। परिजनों और प्रशासन के बीच चल रही वार्ता विफल रही और परिजनों ने शव उठाने से मना कर दिया। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने लोगों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। जिसमें कई लोगों को चोटें आई। घायलों में ज्यादातर लोग परिवार के रिश्तेदार ही है।
मुआवजे की मांग को लेकर अड़े रहे परिजन
मृतक छात्र इंद्र मेघवाल का सब रविवार को गांव पहुंचा था। बच्चे के अंतिम संस्कार को लेकर परिजनों और प्रशासन के अधिकारियों के बीच वार्ता चल रही थी। परिजनों ने अधिकारियों से 50 लाख रूपए मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की। अधिकारियों ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। लेकिन वहां मौजूद भीम आर्मी के सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसे लेकर ट्वीट करें। उसे देखने के बाद ही हम शव उठाएंगे। अधिकारियों ने कहा कि यह एकदम से नहीं हो सकता। इसका एक तरीका होता है। इस बात पर तनाव का माहौल बन गया और गहमागहमी में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। पुलिस ने परिजनों को छोड़कर सभी रिश्तेदारों को घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद अधिकारियों और परिजनों के बीच मुआवजे पर सहमति बनी और देर शाम बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया।
Bhim Army supporters pelted stones at police on Sunday afternoon over the death of a 9-year-old #Dalit student in Rajasthan's #Jalore district, Police did lathi-charge to pacify the situation. pic.twitter.com/OqXiz7ya8G
— Nikhil Choudhary (@NikhilCh_) August 14, 2022
मटके से पानी पीने पर शिक्षक ने की थी छात्र की पिटाई
जालौर के जायला थाना क्षेत्र में सुराणा गांव के 9 साल का इंद्र मेघवाल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। 20 जुलाई को बच्चे ने स्कूल में रखे एक मटके से पानी पी लिया था। इस मटके से केवल शिक्षक पानी पीते थे। इस बात पर शिक्षक छैल सिंह ने छात्र की पिटाई कर दी। घर पहुंचने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया। जहां कई दिन इलाज चलने के बाद भी उसकी तबीयत नहीं सुधर पाई। इसके बाद परिजनों से अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल लेकर चले गए। जहां कई दिन इलाज के बाद शनिवार को बच्चे की मौत हो गई थी। शिक्षक द्वारा पिटाई करने से बच्चे के कान की नस फट गई और उसके एक हाथ और पैर भी ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
सूचना मिली है कि दलित छात्र को न्याय दिलाने के लिए एकत्रित हुए लोगों को पुलिस खदेड़ने व जबर्दस्ती अंतिम संस्कार करने का प्रयास कर रही है। पुलिस को कहना चाहता हूं कि दलित भाइयों को अकेला न समझे। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं भी जल्द ही जालौर की धरती पर पहुंच रहा हूं।2/2
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) August 14, 2022