khatushyamji : भगदड़ में 3 राज्यों के श्रद्धालुओं की मौत का आंखों देखा हाल, 'मेरी बहन को कुचलते निकले लोग'
सीकर, 8 अगस्त। सुबह करीब साढ़े चार बजे रहे थे...। श्री खाटूश्यामजी मंदिर के पट खुले ही थे...। श्याम दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालू कतार में खड़े थे...। श्याम भक्तों की भीड़ दिन उगने के साथ-साथ बढ़ती जा रही थी...। श्रावण शुक्ला एकादशी पर बाबा श्याम के दर्शन करने को हर कोई आतुर था...। हम परिवार समेत हरियाणा से आए थे...। पट खुलने के बाद कतार में खड़े होकर दर्शनों के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे...। इतने में अचानक भीड़ का दबाव बढ़ा...। भगदड़ मची और लोग इधर-उधर भागने लगे। मैं जैसे-तैसे जान बचाकर खुली जगह में आया...। यह कहना है कि हरियाणा के हिसार निवासी मंगतराम का।
सीएम ने दिए खाटूश्यामजी हादसे की जांच के आदेश
हरियाणा के श्याम भक्त मंगतराम अपनी बहन, भांजी, पोते व बेटियों के साथ खाटूश्यामजी के दर्शन करने के लिए आए थे और 8 अगस्त 2022 की सुबह हुए इस हादसे का शिकार हो गए। राजस्थान, हरियाणा व उत्तर प्रदेश की तीन महिला श्रद्धालुओं की मौत हुई है। चार लोग घायल हुए हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद जयपुर रैफर करना पड़ा है। सूचना पाकर खाटूश्यामजी थानाधिकारी रिया चौधरी मौके पर पहुंची और शवों को खाटूश्यामजी सीएचसी के मुर्दाघर में रखवाया। उधर, सीएम अशोक गहलोत ने खाटूश्यामजी हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।
खाटू में मंगतराम को बुजुर्ग बहन को नहीं बचाने का गम
खाटूश्यामजी मंदिर परिसर में भगदड़ मचने के बाद मीडिया से बातचीत में मंगतराम ने उस खौफनाक मंजर का आंखों देखा हाल बयां किया, जिसमें इन्होंने अपनी बहन को खो दिया। मंगतराम ने बताया कि हम लोग कतार में खड़े थे। अचानक भगदड़ मचने पर लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। भगदड़ मचने की वजह तो पता नहीं चल पाई। बीच बचाव करते हुए मंगतराम भीड़ से बचकर निकलने में सफल रहे, मगर इनकी बहन शांति देवी बुजुर्ग थीं। वे भाग नहीं सकी और कुचलने जाने से उनकी मौत हो गई। वहीं, मंगतराम की भांजी, पोते को भी चोट आई और परिवार की दूसरी महिला का पैर टूट गया।
खाटू भगदड़ में इनकी हुई मौत व घायल
1. शांति (63)पत्नी प्रीतम, हिसार हरियाणा
2.
कृपा
देवी,
मानसरोवर,
जयपुर
3.
माया
देवी,
हाथरस,
उत्तर
प्रदेश
खाटू भगदड़ में घायल
1.
इंदिरा
देवी
(55)
पत्नी
सुखबीर,
करनाल,
हरियाणा
2.
अनोखी
देवी
पत्नी
सोहनलाल,
गोला
का
बास
थानागाजी,
अलवर
3.
शिवचरण
पुत्र
रिशाल,
रेवाड़ी,
हरियाणा
4.
मनोहर
पत्नी
सांवरमल
घायल,
रेवाड़ी,
हरियाणा
खाटूश्यामजी गर्भगृह से 200 मीटर दूर हादसा
बता दें कि खाटूधाम में भगदड़ मचने का यह हादसा खाटूश्याम मंदिर के गर्भगृह से 200 मीटर दूर हुआ है। यहां रात से ही श्याम भक्तों की कतारें लगी हुई थीं। सुबह पट खुलने के बाद करीब पांच बजे अचानक भीड़ का दबाव बढ़ गया था और भगदड़ मच गई थी। हादसे में मारी गई शांति देवी की बेटी पूनम के अनुसार खाटूश्यामजी के पट खुले तो अचानक उनके ऊपर करीब 15-20 महिलाएं आकर गिरीं। जिसमें बच्चे भी थे और इसके बाद लोग हमारे ऊपर से होते हुए निकल गए।
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मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख का मुआवजा
सीकर जिला प्रशासन ने खाटूश्यामजी में हादसे की वजह भगदड़ मचने को मानने से इनकार किया है। सीकर कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की मानें तो खाटूश्यामजी में प्रवेश दर्शन मार्ग का गेट खोलते समय भीड़ के दबाव के चलते यह हादसा हुआ है। उधर, राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खाटूश्यामजी की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। जयपुर संभागायुक्त विकास सीताराम भाले को मामले की जांच सौंपी गई है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा भी की है।
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क्या है खाटूश्यामजी का मासिक मेला?
राजस्थान के सीकर जिले में रींगस के पास खाटू कस्बे में स्थित खाटूश्यामजी मंदिर का यूं तो फाल्गुन माह में हर साल लक्खी मेला भरता है, जिसमें देशभर से लाखों श्याम भक्त आते हैं, मगर हर माह एकादशी के मौके पर भी खाटूधाम में बाबा श्याम के दरबार में धोक लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालू आते हैं। इसे मासिक मेला भी कहते हैं। एकादशी पर बाबा श्याम के दर्शनों के लिए श्याम भक्त रात से ही लाइन में खड़े हो जाते हैं। सोमवार को भी श्रावण शुक्ला एकादशी के चलते खाटूश्यामजी में श्याम भक्त की भारी भीड़ उमड़ी थी।