Sikar में राजू ठेठ के साथ मारे गए ताराचंद कड़वासरा की तीनों बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाएगा आर्य समाज
ताराचंद कड़वासरा दूसरों की जमीन पर काश्त करके तीनों बेटियों व बेटे को पढ़ा रहा था। शनिवार को बेटी कोनिता की फीस जमा करवाने सीकर कोचिंग संस्थान आया था। इसी दौरान राजू ठेठ के हत्यारों ने उसकी भी जान ले ली।
राजस्थान के सीकर शहर में 3 दिसम्बर को मारे गए गैंगस्टर राजू ठेठ व कोचिंग छात्रा के पिता ताराचंद कड़वासरा के शवों का 5 दिसम्बर को पोस्टमार्टम हुआ। राजू ठेठ हिस्ट्रीशीटर था। गैंगवार ने उसकी जान ले ली जबकि ताराचंद कड़वासरा नागौर का रहने वाला था। सीकर में पढ़ रही अपनी बेटी से मिलने के लिए आया था। हत्यारे ने गाड़ी लूटने के लिए उसे भी गोली मार दी थी।
ताराचंद कड़वासरा नागौर जिले की जायल तहसील के गांव दांतिया से अपने चचेरे भाई के साथ सीकर आया था। उसके तीन बेटियां हैं, जिसमें से एक सीकर, दूसरी जयपर और तीसरी कोटा में रहकर पढ़ाई कर रही थी। ताराचंद की हत्या के बाद तीनों बेटियों की पढ़ाई का खर्च उठाने की जिम्मेदारी आर्य समाज जयपुर ने ली है।
Raju Theth Sikar : राजू ठेठ के साथ मारा गया ताराचंद कड़वासरा कौन था? शव के पास बेटी की फोटो Viral
मीडिया की खबरों के अनुसार आर्य समाज आदर्श नगर जयपुर के कार्यकारी प्रधान रवि नैयर ने बताया कि समाज ताराचंद कड़वासरा की तीनों को आगे की पढ़ाई करवाएगा। वे ताराचंद के घर जाएंगे और उनके परिजनों से मुलाकात करके बेटियों को जयपुर में पढ़ाई करवाने का आग्रह करेंगे। परिजनों के राजी होने पर आर्य समाज तीनों बेटियों की पढ़ाई खर्च उठाएगी।
नैयर ने बताया कि अगर ताराचंद के परिजन सहमत हुए तो उनकी तीनों बेटियों को वैदिक कन्या कॉलेज जयपुर में छात्रावास आवास सुविधा निशुल्क करवाई जाएगी। उनकी पूरी पढ़ाई व कोचिंग का खर्च भी आर्य समाज उठाएगा। एक बेटी को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए सरकार से मांग भी करेंगे।
बता दें कि ताराचंद की बड़ी बेटी 22 वर्षीय मोनिका ने बीपीएड करके पीटीआई भर्ती परीक्षा दी थी। एक नंबर से चूक गई थी। अब जयपुर में रहकर फिर से तैयारी कर रही है। दूसरी 20 वर्षीय बेटी कोनिता सीकर से नीट की तैयारी कर रही है। तीसरी बेटी 17 वर्षीय बीना कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रही है। 15 वर्षीय बेटा नवीन कुचामनसिटी में 11वीं कक्षा में पढ़ रहा है।
बता दें कि ताराचंद के पास जमीन कम होने के कारण वह दूसरों की जमीन पर काश्त करके तीनों बेटियों व बेटे को पढ़ा रहा था। शनिवार को बेटी कोनिता की फीस जमा करवाने सीकर कोचिंग संस्थान आया था। इसी दौरान राजू ठेठ के हत्यारों ने ताराचंद कड़वासरा की भी जान ले ली।