अशोक गहलोत से बिना मिले हवाई अड्डे निकल गए अजय माकन, खड़गे ने मुलाकात तो की लेकिन बात नहीं हुई
जयपुर, 27 सितंबर। राजस्थान में विधायक दल के नए नेता के नाम पर चर्चा करने और विधायकों की वन टू वन बात सुनने के लिए जयपुर आए प्रभारी अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली लौट गए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दोनों से मिलने के लिए होटल पहुंचे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के होटल पहुंचने के बावजूद प्रभारी अजय माकन उन से बिना मिले ही हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गए। दूसरी और पर्यवेक्षक मलिकार्जुन खड़गे की दिल्ली जाने से पहले मुख्यमंत्री से औपचारिक मुलाकात तो हुई लेकिन ज्यादा बात नहीं हुई।
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आलाकमान की सख्ती के बाद बदले विधायकों के सुर
राजस्थान में रविवार को हुए घटनाक्रम पर कांग्रेस आलाकमान के सख्त होने के बाद कई विधायकों के बयान बदलते हुए नजर आए। इन लोगों ने धारीवाल के निवास पर बुलाकर इस्तीफे पर हस्ताक्षर करने की बात से अनभिज्ञता जाहिर की। विधायकों ने कहा कि वह आलाकमान के फैसले के साथ है और यह भी कहा कि सचिन पायलट से कोई दिक्कत नहीं है। हाईकमान का आदेश उनके लिए सर्वमान्य होगा। विधायकों ने कहा कि उन्हें घटनाक्रम के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है और उन्होंने इस्तीफे नहीं दिए हैं।
पर्यवेक्षकों ने की विधायकों के विरोध की निंदा
दिल्ली रवाना होने से पहले खड़के ने विधायकों के विरोध की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि पार्टी में अनुशासन और एकता होनी चाहिए। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष जो भी फैसला लेगी। वह सभी को मानना होगा। दिल्ली से आए ऑब्जर्वर्स को राजस्थान के विधायकों का रवैया रास नहीं आया। प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के स्टैंड पर सवाल उठाए और दिल्ली लौटते समय उनसे मुलाकात भी नहीं की।
दिव्या मदेरणा ने गहलोत के मंत्रियों पर साधा निशाना
जोधपुर जिले के ओसिया से विधायक दिव्या मदेरणा ने अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद निशाना साधा है। दिव्या ने कहा कि उन्हें मंत्री महेश जोशी ने ही रविवार को कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया था। लेकिन वह खुद इस बैठक में नहीं आए। यह कोई सामान्य बात नहीं है। बल्कि अनुशासनहीनता है। कांग्रेस में चल रही गुटबाजी के बारे में बोलते हुए मदेरणा ने अपने दादा का जिक्र कर कहा कि वह अपने दादा की सियासी विरासत को आगे बढ़ा रही है। दिव्या ने कहा कि 10 साल उनके परिवार ने जो सितम सही वह किसी से छुपा नहीं है फिर भी कांग्रेस के प्रति उनकी निष्ठा पर कोई सवाल नहीं उठा सकता क्योंकि उनके लिए आलाकमान का फैसला ही सर्वमान्य है ओसिया विधायक दिव्या मदेरणा ने मंत्री शांति धारीवाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं