MP Local Election 2022: ईव्हीएम में कैद महापौर-पार्षद उम्मीदवारों की किस्मत, पहले चरण में करीब 60 % वोटिंग
भोपाल, 06 जुलाई: मध्यप्रदेश में नगर सरकार चुनने नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण की वोटिंग संपन्न हो गई। मतदान वाले क्षेत्रों में छुट-पुट घटनाओं को छोड़ पहले चरण की वोटिंग शांतिपूर्ण रही। 11 नगर-निगमों के कुल 101 और 2808 पार्षद उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो गई। सुबह 7 बजे शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम 5 बजे ख़त्म हुई। जिसमें इंद्र देव ने मेहरबानी दिखाई और बारिश की वजह से कही भी मतदान ज्यादा प्रभावित होता नजर नही आया। मतदान प्रतिशत की अधिकारिक जानकारी अभी नही मिली है, लगभग 60 प्रतिशत वोटिंग की खबर है।

EVM में कैद हुई महापौर-पार्षद प्रत्याशियों की किस्मत
मप्र के नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए शांतिपूर्ण मतदान हुआ। 6 जुलाई को 11 नगर-निगमों के कुल 101 महापौर प्रत्याशियों समेत 2808 पार्षद उम्मीदवारों के लिए वोट डाले गए। 42 वार्डों में निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। पहले चरण में एक करोड़ से ज्यादा मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था। शाम 5 बजते ही सभी प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो गई। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने के आधा घंटे पहले मॉक पोल भी हुआ।

EVM ख़राब होने की कई जगह शिकायत
भोपाल, इंदौर समेत मतदान वाले कई क्षेत्रों में सुबह से ही EVM ख़राब होने की शिकायते रही। जिन मतदान केन्द्रों में ईव्हीएम चालू नही हो रही थी या अन्य कोई गड़बड़ी थी, उनकी जगह रिजर्व EVM की व्यवस्था की गई। इस वजह से कुछ जगहों पर थोड़ी देर के लिए मतदान थमा रहा। पहले से ही निर्वाचन आयोग ने इस समस्या से निपटने के व्यापक इंतजाम कर रखे थे।हबीबिया स्कूल पोलिंग बूथ नंबर 151/983 पर EVM ख़राब हुई, जिसे रिजर्व EVM से रिप्लेस किया। इस केंद्र में वोटिंग में आधे घंटे की देरी हुई।

वोट डालने उत्साह से लबरेज दिखे मतदाता
सुबह 7 बजे से ही मतदान केन्द्रों में मतदाता वोट डालने पहुँचने लगे थे। शुरुआती दो घंटों में मतदान का प्रतिशत कम था, लेकिन बाद में मतदाताओं की भीड़ बढ़ने लगी। बुजुर्ग मतदाताओं में ख़ासा उत्साह देखा गया। इंदौर, जबलपुर, में सौ साल से ऊपर बुजुर्ग मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। युवाओं में जिन्हें पहली बार मतदान करने का मौका मिला, वह बेहद खुश नजर आए।

ग्वालियर में झड़प, सिंगरौली में फर्जी वोटिंग का आरोप
प्रदेश के जिन क्षेत्रों में मतदान था, वहां छुट-पुट घटनाओं के अलावा वोटिंग की पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से निपटी। ग्वालियर और सिंगरौली से जरुर हंगामे मारपीट की ख़बरें आई। ग्वालियर के जीवाजी गंज मतदान केंद्र पर भाजपा-कांग्रेस के समर्थक आपस में भिड़ गए, तो वही सिंगरौली के जयंत में दो दलों के नेता मारपीट पर उतारू होने लगे। जयंत के 62 नंबर वार्ड में फर्जी वोटिंग को लेकर जमकर हंगामा हुआ है। भाजपा कांग्रेस ने एक दूसरे पर बोगस वोटिंग के आरोप लगाए। इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत भी बनी। हालात पर काबू पाने बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और मतदान केंद्र से भीड़ को हटाया गया है।

जबलपुर में FIR
जबलपुर में मतदान के दौरान रांझी इलाके के एक मतदान केंद्र पर अधिकारियों के साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की करने वाले तत्वों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। यहाँ कुछ लोगों ने भीड़ जमा कर हंगामा करने की कोशिश की। मनीष जैन नाम के शख्स के खिलाफ खुद तहसीलदार रांझी ने एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद क्षेत्र में कुछ लोगों में आक्रोश व्याप्त है।