Jabalpur News: SAF का ये जवान है या जल्लाद? मासूम को पटक-पटककर मारने का Video Viral
जबलपुर, 13 अगस्त: एमपी के जबलपुर में एक मासूम के साथ हैवानियत का वीडियो सामने आया है। 9 साल के बच्चे को पैरों से कुचलकर मारा जा रहा, फिर उसे उठा-उठाकर पटका जाता है। यह वारदात शहर के रांझी इलाके की बताई जा रही है। CCTV में कैद इस घटना का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। पता चला है कि हैवानियत की हद पार रहे आरोपियों में, एक SAF का जवान शामिल है।
रांझी मस्ताना चौक इलाके की घटना
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा यह वीडियो जबलपुर के रांझी मस्ताना चौक इलाके का बताया जा रहा है। जहां एक गली में बाइक और दो एक्टिवा में सवार होकर तीन लोग पहुंचते है। मारपीट करने में शामिल एक आरोपी सफ़ेद बनियान पहना है, बाकी दो लोग हरे और नीले रंग की टीशर्ट पहने हुए है।रोड के किनारे बच्चा इन लोगों से बचने की कोशिश करता है, तो तीनों लोग उस पर झपट पड़ते है, फिर मारपीट करने लगते है।
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नाली पर बच्चे को पटका फिर कुचला
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि हरे रंग की टीशर्ट पहना आरोपी बच्चे को बुरी तरह जमीन पर गिरा देता है, वही नाली भी है। उसके बाद सफ़ेद बनियान पहना शख्स पैरों से उसे कुचलने लगता है। उसके बाद हरे रंग की टीशर्ट पहना आरोपी बच्चे को मुक्के मारता हुआ उसे जमीन पर पटकने लगता है। बच्चे के साथ मारपीट जारी रहती है। फिर वही आगे गाड़ी खड़ा कर नीली टीशर्ट पहना एक्टिवा सवार व्यक्ति भी आ जाता है।
SAF का ये जवान है या जल्लाद ?
वीडियो वायरल होने के बाद पता चला कि मारपीट करने वालों में एक SAF का जवान शामिल है। आरोपी बच्चे को पटक पटक कर मारते रहते है। तभी उस रास्ते से गुजर रहे एक दूध वाले की बच्चे पर नजर पडती है। वह उसे बचाने की कोशिश करता है, तो हरे रंग की टीशर्ट पहना व्यक्ति उसे भी धक्का देने लगता है। दूध वाले के साथ भी मारपीट का प्रयास होता है। उसके बाद जबरदस्ती बच्चे को हरे रंग की टीशर्ट वाला शख्स अपनी गाड़ी में बैठाकर आगे ले जाता है। वहां भी उसका बच्चे पर सितम जारी रहता है।
SAF में आरक्षक के पद पर है अशोक थापा
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद एक आरोपी की पहचान अशोक थापा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि यह SAF में आरक्षक के पद पर पदस्थ है। इसके घर के सामने बच्चे की साइकल खड़ी थी। जिसे पिटने वाला यह लड़का ले जाने की कोशिश कर रहा था। इस पूरे घटनाक्रम को मोहल्ले के कुछ लोग देखते रहे, लेकिन को भी बच्चे को बचाने आगे नहीं आया।
वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस
सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई है। इससे पहले जबलपुर की रांझी पुलिस मामले से दिलचस्पी लेने के लिए ही तैयार नहीं थी। मामूली घटना मानकर आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी। बाद में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए है। पुलिस एसएएफ जवान समेत तीनों आरोपियों की तलाश कर रही है।