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Real Story: ‘आया’ का क्रूर चेहरा, दो साल के मासूम के साथ अमानवीयता सुनकर आपका फट जाएगा कलेजा

सभ्य समाज के सामने किसी इंसान की कितनी क्रूर मानसिकता हो सकती है, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। जबलपुर की स्टार सिटी में रहने वाले विश्वकर्मा परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा था,

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जबलपुर, 14 जून: कई फिल्मों में आपने घर के बच्चों की देखभाल के लिए रखे जाने वाली नौकर-नौकरानियों द्वारा बच्चों को तरह-तरह की यातनाएँ देते देखा होगा। रियल लाइफ में भी समाज में कुछ ऐसे लोग है, जो बच्चों की मासूमियत के साथ इंसानियत का कत्ले-आम कर रहे है। मप्र के जबलपुर के एक दो साल के बच्चे की भी ऐसी ही कहानी है, जिसे सुनकर हर इंसान सिहर उठा। बच्चे की देखरेख के लिए रखी गई 'आया' ने जुल्मों की इंतिहा कर दी। मासूम को बाल पकड़कर घसीटना, गला दबाना फिर उसका खाना तक खा जाना...ऐसी हरकतों के साथ उस आया ने मासूम को मौत के मुहं में धकेल दिया।

क्रूरता की हदे पार, बच्चे को आँतों में हो गया इन्फेक्शन

क्रूरता की हदे पार, बच्चे को आँतों में हो गया इन्फेक्शन

सभ्य समाज के सामने किसी इंसान की कितनी क्रूर मानसिकता हो सकती है, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। जबलपुर की स्टार सिटी में रहने वाले विश्वकर्मा परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा था, कि उनके दो साल के मासूम बच्चे की देखरेख के लिए वह जिस महिला को रख रहे है, वह मासूम के साथ डायन की तरह बर्ताव करेगी। दो साल के मानविक की पिछले कई दिनों से जब तबियत ख़राब बनी रही और उसे डॉक्टर को दिखाया गया तो पता चला कि उसकी आँतों में गंभीर इन्फेक्शन है। जो बच्चा अभी दुनिया को अच्छी तरह समझ भी नहीं पाया, वह अपने माता-पिता यह बताने के लायक भी नहीं था, कि वह कितनी यातनाएं सह रहा था। बच्चे की देख-रेख के लिए रखी गई रजनी चौधरी नाम की महिला बच्चे का पूरा खाना खा जाती थी और उसे भूखा रखती थी। बाल पकड़कर जानवरों की तरह बच्चे को न सिर्फ वह घसीटती थी, बल्कि हाथ-पैर बांधकर उसके साथ मारपीट भी करती थी। दो साल की उम्र में जो बच्चा ठीक ढंग से बोलना भी नहीं सीखा, वह अपने माता-पिता को इस जुल्म की दास्ताँ क्या बता पाता?

CCTV फुटेज से खुला राज

CCTV फुटेज से खुला राज

दरअसल कई दिनों से जब बच्चे को माता-पिता ने असामान्य देखा और वह ठीक से किसी भी बात का जबाब नहीं देता था, तो उसे डॉक्टर के पास ले गए। शुरुआती इलाज के बाद भी जब उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो डॉक्टर ने एक्सरे सोनोग्राफी और कुछ अन्य जांचों की सलाह दी। जिसके बाद आँतों में गंभीर इन्फेक्शन का पता चला। बच्चे को घर पर आया के भरोसे छोड़कर जाने वाले परिजनों संदेह हुआ तो उन्होंने घर में लगे CCTV कैमरे के फुटेज खंगालना शुरू किया। जिसमें रजनी चौधरी नाम की महिला बच्चे को तरह-तरह से हर रोज प्रताड़ित करते दिखी।

बच्चे के माता-पिता दोनों करते है नौकरी

बच्चे के माता-पिता दोनों करते है नौकरी

शहर की स्टार सिटी में रहने वाले मुकेश विश्वकर्मा और उनकी पत्नी दोनों नौकरी करते है। मुकेश एमपीईबी जूनियर इंजीनियर है, पत्नी भी जॉब में जाती है। घर में मुकेश के पिता लकवाग्रस्त है और एक बहिन मानसिक रूप से बीमार रहती है, लिहाजा दोनों की देखभाल उनकी माँ करती है। इसलिए मुकेश ने अपने बच्चे की बेहतर देखभाल के लिए रजनी चौधरी को नौकरी पर रखा था। हर रोज ऑफिस जाने के पहले पति-पत्नी बच्चे के खाने-पीने का पर्याप्त इंतजाम करके जाते थे। हेल्दी डाईट का सारा सामान घर में मौजूद रहता था। लेकिन वह बच्चों को न देकर रजनी खुद डकार जाती थी।

पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत

पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत

रजनी चौधरी की यह करतूत किसी डायन से कम नहीं। अमानवीयता की पराकाष्ठा को पार करने वाले इस मामले को जानकर पुलिस भी हैरान है। CCTV फुटेज के साथ पीड़ित परिवार ने रजनी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। जिसके आधार पर पुलिस ने अत्याचार क्रूरता अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में भी ले लिया है। अब उससे पता किया जा रहा है कि आखिर वह बच्चे के साथ ऐसा सलूक क्यों करती थी?

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English summary
The cruel face of 'Aaya', your heart will burst after hearing the inhumanity with a two-year-old innocent
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