MP मेडिकल यूनिवर्सिटी के पेपर सेटर्स और अधिकारियों ने परचा कर दिया लीक ! स्टूडेंट यूनियन का आरोप
सकें।एमपी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक पांडे का आरोप है कि इस विषय की परीक्षा प्रक्रिया में पेपर सेटर्स डॉ. निधि श्रीवास्तव को ही प्रश्न पत्र का मॉडरेटर बना दिया गया, जबकि नियमों के तहत ऐसा नहीं किया जा सकता।Paper
जबलपुर, 11 जुलाई: मेडिकल विश्वविद्यालय में बीएएमएस के एनाटॉमी विषय का पर्चा लीक कांड अब तूल पकड़ता जा रहा है। एमपी स्टूडेंट यूनियन ने यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर, असिस्टेंट रजिस्ट्रार और एसोसियेट प्रोफ़ेसर पर गंभीर आरोप लगाए है। यूनियन का कहना है कि इन सभी ने मिलकर प्रदेश के कुछ प्राइवेट कॉलेजों को फायदा पहुँचाने के मकसद से पेपर लीक करवाया। सभी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ उठ रही हैं।
मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित परीक्षओं में 10 जून 2022 को बीएएमएस के एनाटॉमी विषय का पेपर था। जिसके लिए तीन घंटे सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक समय निर्धारित था। लेकिन स्टूडेंट यूनियन का आरोप है कि जानबूझकर पेपर बीस मिनिट देर से प्रारंभ कराया गया। इसके अलावा रतलाम में जो पेपर सुअभ 11 बजे प्रारंभ हो जाना चाहिए था, वह दोपहर डेढ़ बजे प्रारंभ कराया गया, ताकि संबंधित प्राइवेट कॉलेज के परीक्षार्थियों को लाभ पहुँचाया जा सकें।एमपी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक पांडे का आरोप है कि इस विषय की परीक्षा प्रक्रिया में पेपर सेटर्स डॉ. निधि श्रीवास्तव को ही प्रश्न पत्र का मॉडरेटर बना दिया गया, जबकि नियमों के तहत ऐसा नहीं किया जा सकता। यूनियन ने परीक्षा नियंत्रक डॉ सचिन कुचया, डॉक्टर निधि श्रीवास्तव, सहायक कुलसचिव समेत अन्य कई अधिकारियों को इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार माना हैं। संगठन ने सभी के विरुद्ध FIR की मांग की है।
कुलपति
की
दलील
दोषियों
पर
हुई
कार्रवाई
मेडिकल
यूनिवर्सिटी
के
प्रभारी
कुलपति
और
जबलपुर
संभाग
कमिश्नर
वी.चंद्रशेखर
के
संज्ञान
में
जब
यह
मामला
आया
था
तो
उसकी
जांच
के
बाद
केन्द्राध्यक्ष
के
खिलाफ
कार्रवाई
की
जा
चुकी
है।
प्रभारी
कुलपति
का
कहना
है
कि
एक
प्रक्रिया
के
तहत
पूरे
मामले
की
जांच
जारी
है।
आगे
जो
भी
तथ्य
सामने
आएंगे
अन्य
दोषी
अधिकारियों
कर्मचारियों
पर
भी
कार्रवाई
की
जाएंगी।
प्रोफेसर
निधि
श्रीवास्तव
को
छुट्टी
में
रहने
के
बावजूद
पेपर
सेट
करने
पर
कारण
बताओ
नोटिस
जारी
किया
गया
है।