Jabalpur News: नगर निगम हड़ताली कर्मचारियों का उत्पात, कमिश्नर बोले दर्ज कराया जाएगा केस
जबलपुर, 21 सितंबर: नगर निगम कर्मचारी संगठनो की लामबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल को कमिश्नर ने असंवैधानिक करार दिया है। बुधवार को हड़ताली कर्मचारियों पर निगम के जोन दफ्तरों में उत्पात मचाने के भी आरोप लगे हैं। जिस पर निगमायुक्त ने कड़ा एक्शन लेने की बात कहीं है। वही कर्मचारी संगठनों ने कमिश्नर पर तानाशाही के आरोप लगाते हुए हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है।
जबलपुर नगर निगम में जब से नए मेयर के साथ नगर सरकार आई है, तब से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। अचानक निगमायुक्त डॉ. आशीष वशिष्ठ के खिलाफ कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया हैं। बुधवार को शहर के सभी नगर निगम जोनों के कर्मचारियों ने काम बंद रखा और विभिन्न मांगों को लेकर दिन भर प्रदर्शन किया। इन हड़ताली कर्मचारियों से निगम प्रशासन ने काम पर वापस लौटने भी कहा। लेकिन वह अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। इस हड़ताल के बीच निगम सदन में धारा 30 के तहत बैठक भी आहूत हुई। जिसमें इस हड़ताल को लेकर विपक्ष ने हल्ला किया। पिछले दिनों कमिश्नर ने शहर विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान कई अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। उसी के बाद से कमिश्नर के खिलाफ ये कर्मचारी लामबंद बंद हो गए।
सीएम
के
जनसेवा
अभियान
शिविर
में
उत्पात
हड़ताल
के
दौरान
मुख्यमंत्री
जनसेवा
अभियान
शिविर
में
हड़तालियों
का
उत्पात
भी
देखने
को
मिला।
कई
जगह
पर
यह
शिविर
आयोजित
होने
नहीं
दिया
गया
और
वहां
रखी
कुर्सियां
प्रदर्शनकारियों
ने
फ़ेंक
दी।
निगम
कमिश्नर
ने
इस
हड़ताल
को
असंवैधानिक
करार
दिया
हैं।
वही
शासकीय
कार्य
में
बाधा
उत्पन्न
करने
वाले
कर्मचारियों
के
खिलाफ
एफआईआर
दर्ज
कराने
की
चेतावनी
दी
हैं।
कमिश्नर
डॉ.
आशीष
वशिष्ठ
ने
कहा
है
कि
कर्मचारी
संगठनों
की
जो
भी
मांगे
है
उन
पर
निगम
प्रशासन
गंभीरता
से
विचार
कर
रहा
है,
लेकिन
शासकीय
सेवा
में
किसी
भी
कर्मचारी
अधिकारी
को
कानून
तोड़ने
की
इजाजत
नहीं
हैं।