Jabalpur News: शिक्षकों के आंदोलन पर अब चल रहा निलंबन का कोड़ा, एमपी के आधा सैकड़ा टीचर सस्पेंड
जबलपुर, 27 सितंबर: मध्यप्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली, नियुक्ति दिन से सीनियरिटी समेत कई मांगों को लेकर जारी स्कूली शिक्षकों के आंदोलन पर अब कार्रवाई शुरू हो गई हैं। अध्यापक संघ के बैनर तले राजधानी भोपाल में धरना जारी है। जिसमें पिछले दिनों जंगी प्रदर्शन में कई जिलों के शिक्षक शामिल हुए थे। शिक्षा विभाग ने ड्यूटी छोड़ आंदोलन प्रदर्शन करने वाले प्रदेश के करीब आधा सैकड़ा शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया हैं। अकेले जबलपुर जिले के 11 शिक्षकों पर निलंबन की गाज गिरी है।
मप्र में अगले साल विधानसभा चुनाव है। उससे पहले सरकारी स्कूल शिक्षकों की विभिन्न मांगों का मुद्दा फिर गरमाया हैं। आजाद अध्यापक संघ के बैनर तले शिक्षक संगठन आंदोलित है। राजधानी भोपाल में कई दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है। जिसमें प्रदेश के कई जिलों के शिक्षक बारी बारी से शामिल होकर अपनी मांगों की आवाज बुलंद कर रहे हैं। पिछले दिनों जंगी प्रदर्शन भी किया गया था। जिसमें प्रदेश भर से करीब 500 शिक्षक शामिल हुए थे। इन्होने पुरानी पेंशन बहाली, नियुक्ति तारीख से वरिष्ठता का लाभ, भत्ते में बढ़ोत्तरी समेत कई मांग की है।
कई
सस्पेंड,
कई
को
शो-काज
नोटिस
अपनी
ड्यूटी
छोड़कर
भोपाल
में
जारी
आंदोलन
धरना
में
शामिल
हो
रहे
शिक्षकों
पर
शिक्षा
विभाग
ने
कार्रवाई
शुरू
कर
दी
है।
जबलपुर
जिले
से
भी
शिक्षक
पहुंचे
थे।
प्राइमरी,
मिडिल
और
हायर
सेकेंडरी
के
ऐसे
11
शिक्षकों
को
सस्पेंड
कर
दिया
गया
है।
वही
तीन
दर्जन
से
टीचर्स
को
कारण
बताओं
नोटिस
जारी
किया
है।
जानकारी
के
मुताबिक
प्रदेशभर
में
इस
तरह
आधा
सैकड़ा
शिक्षकों
को
निलंबित
किया
गया
है।
जिसे
अध्यापक
संघ
ने
सरकार
की
तानाशाही
करार
दिया
है।
संघ
का
आरोप
है
कि
सरकार
ज्यादती
पर
उतारू
हैं।
शिक्षकों
को
सस्पेंड
कर
आंदोलन
को
दबाने
की
साजिश
की
जा
रही
है।
लेकिन
संघ
ने
स्पष्ट
किया
है
कि
जायज
मांगों
को
लेकर
वे
सड़क
से
हटने
वाले
नहीं
है,
चाहे
उन्हें
बर्खास्त
क्यों
न
कर
दिया
जाए।
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