क्या अगले 6 से 8 महीने में खत्म हो जाएगा कोराना वायरस? जानिए एक्सपर्ट्स को किन बातों की है चिंता
क्या लोगों को कोरोना वायरस से अगले 6 से 8 महीने में निजात मिल जाएगा? जानिए एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं।
नई दिल्ली, सितंबर 15: जिन लोगों ने उम्मीद लगा रखी थी कि कोरोना वायरस जितनी तेजी से आया है, उतनी ही तेजी से खत्म हो जाएगा, उन लोगों के लिए थोड़ी बुरी खबर है। महामारी विशेषज्ञों ने कहा है कि अभी तक दुनिया ने जिन हालातों का सामना किया है, अभी लंबे अर्से तक उन्हीं हालातों का सामना करना पड़ेगा और लोगों को इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। वैज्ञानिकों ने कहा है कि अभी तक दुनिया ने जिन हालातों का सामना किया है, जिसमें कोरोना वायरस के नये नये वेरिएंट्स का आना, शैक्षणिक संस्थानों का बंद होगा, अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था का बुरी तरह से चरमरा जाना...अभी ऐसी बातें और देखने को मिलेंगी।
फिर से आएगी महामारी की नई लहर
मिनियापोलिस में मिनेसोटा विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग अनुसंधान और नीति केंद्र के निदेशक माइकल ओस्टरहोम ने चेतावनी दी है अभी कोरोना वायरस के मामलों में भले ही गिरावट देखी जा रही है, लेकिन असावधान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोना वायरस की नई लहर काफी आसानी से आ सकती है और एक बार फिर से कोरोना वायरस का ग्राफ तेजी से बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कमोजर इम्यून सिस्टम वाली आबादी को प्रभावित किया है और फिलहाल इसके अंत की संभावना बनती नहीं दिख रही है। ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी से बात करते हुए ओस्टरहोम ने कहा कि, "ये वायरस फिलहाल कम होता दिख रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि सर्दियों में फिर से मामले बढ़ने लगेंगे'।
जल्द नहीं होगा कोविड-19 का अंत
दुनिया के करीब-करीब सभी वैज्ञानिक इस बात पर सहमत हैं कि कोविड-19 का अंत जल्द नहीं होने वाला हैष कम से कम अगले छह से आठ महीनों में तो बिल्कुल नहीं। महामारी के समाप्त होने से पहले, दुनिया में हर एक व्यक्ति कम से कम एक बार वायरस से संक्रमित होगा, कुछ बदकिस्मत लोगों को इससे अधिक बार इससे निपटना होगा। कोरोना वायरस का अलग अलग वेरिएंट बनेगा और ये लोगों को अपनी चपेट में लेता रहेगा और तब तक लेता रहेगा, जब तक या तो सभी लोगों को वैक्सीन की खुराक नहीं दे जाती है या फिर हम कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हो जाते हैं''
टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाना ही विकल्प
वैज्ञानिकों ने कहा है कि कोविड-19 से लड़ाई के पहले चरण में इंसान के लिए एक प्रभावी टीका बनाना सबसे बड़ी लड़ाई की पहले चरण की जीत थी और अब जब दुनिया में कई तरह के प्रभावी टीके आ चुके हैं, तो जरूरत इस बात की है कि विश्व में हर एक शख्स को टीका कैसे लगेगा। भले ही हर दिन टीकाकरण की दर बढ़ती जा रही है, फिर भी दुनिया भर में अरबों लोगों को अभी भी टीका लगाया जाना बाकी है, और हमेशा ऐसे लोग मौजूद रहेंगे, जिन्हें वायरस अपनी चपेट में से रहा होगा और उनसे दूसरे लोग संक्रमित होते रहेंगे। वैज्ञानिकों ने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि कोरोना वायरस ऐसे वेरिएंट का निर्माण कर रहा है, जिसपर वैक्सीन का असर काफी कम होगा। जो सबसे बड़ा खतरा है। लिहाजा वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही कोरोनावायरस को खत्म करना सपना देखने जैसा है और लोगों को कठोर नियमों का अभी भी पालन करना होगा।