ये रहे इस बार नोबेल शांति पुरस्कार के 10 संभावित नाम
ओस्लो। आज नॉर्वे में नोबेल पुरस्कार संस्था नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का ऐलान करेगी। इस लिस्ट के लिए संस्था ने इस बार 68 ऑर्गनाइजेशंस और 205 उम्मीदवारों की एक लिस्ट तैयार की है।
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इनमें से किसी एक को यह पुरस्कार दिया जा सकता है। जहां एक तरफ लोग अनुमान लगा रहे हैं कि वर्ष 2015 का नोबेल पुरस्कार किसे मिलेगा वहीं 10 नाम ऐसे हैं जिनकी संभावनाएं सबसे ज्यादा हैं।
जिन 10 नामों के बारे में चर्चाएं हो रही हैं उनमें जर्मनी की चांसलर एजेंला मार्केल और अमेरिका की नींद उड़ाने वाले व्हिसलब्लोआर एडवर्ड स्नोडेन का नाम सबसे अहम है। आगे की स्लाइड्स पर क्लिक करिए और जानिए उन टॉप 10 नामों के बारे में जिनमें से किसी एक को इस वर्ष को नाबेल पुरस्कार मिल सकता है।
एंजेला मार्केल
जिस तरह से जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल ने यूरोप में जारी शरणार्थी संकट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उसकी वजह से उन्हें इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। संस्था का मानना है कि मार्केल ने इस संकट को सुलझाने में एक अहम रोल अदा किया है।
एडवर्ड स्नोडेन
वर्ष 2013 के बाद से भले ही अमेरिकी एजेंसी एनएसए के पूर्व ऑफिसर एडवर्ड स्नोडेन अमेरिका के लिए विलेन बन गए हों लेकिन दुनिया उन्हें हीरो की नजर से देखती है। अमेरिका की जासूसी का सच सबके सामने लाने वाले स्नोडेन इस समय फ्रीडम ऑफ द प्रेस नामक संस्था के निदेशक हैं।
1000 कोड़े खाने वाले रैफ बिदवाई
सऊदी अरब के ब्लॉगर और इस वर्ष के पेन पिंटर प्राइज के विजेता हैं रैफ बिदवाई। रैफ ने वर्ष 2008 में फ्री सऊदी लिबरल्स के नाम से एक वेबसाइट लांच की थी। उन्हें पहले सात वर्ष की कैद के साथ 600 कोड़े मारने की सजा मिली। इसके बाद इस सजा को बढ़ाकर वर्ष 2013 में 10 वर्ष और 1000 कोड़े कर दिया गया था।
जुआन मैनुअल सैंटोंस और टिमोलेन जिमएेंज
कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस और फार्क के नेता टिमोलिओन जिमेएंज ने जिस तरह से पिछले दिनों हवाना में शांति का एक समझौता किया है, उसकी वजह से इन्हें इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
दिमित्रि मुरातोव और नोवाया गाजेटा
रूस के जर्नलिस्ट दिमित्रा मुरातोव इस समय नोवाया गाजेटा के मालिक हैं। इस न्यूजपेपर के एडीटर इन चीफ दमित्री रूस में कुछ जर्नलिस्ट्स के मर्डर के बाद भी राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के खिलाफ अपनी आवाज उठाने से पीछे नहीं हटे हैं। वह उन्हें साफतौर पर इन हत्याओं का दोषी मानते हैं।
आर्टिकल 9 एसोसिएशन
आर्टिकल 9 एसोसिएश्न जापान का वह संगठन है जो यहां पर संविधान के एक नियम को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है जो इस बात को गैरकानूनी बताता है कि अंतराष्ट्रीय शांति के लिए युद्ध सबसे बड़ा जरिया है। इस नियम को द्वितीय वर्ल्ड वॉर के समय लाया गया था।
जियान नैकैशे बायनेरे, जियानेटे काहिनडू बिंदु और डॉक्टर डेनिस मुकवेगे
जियान नैकैशे बायनेरे, जियानेटे काहिनडू बिंदु और डॉक्टर डेनिस मुकवेगे, इस समय कांगो में रेप पीड़ितों की मदद करने का काम कर रहे हैं।
पोप फ्रांसिस
फ्रांसिस आधुनिक युग के पहले ऐसे पोप हैं जो नॉन-यूरोपियन हैं और इस पद की जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। संस्था मानती है कि उनकी बताई गई बातों से दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया है।
मुसी जेराई
मुसी जेराई सिर्फ एक फोन आने पर यूरोप आने वाले शरणार्थियों की मदद करते हैं। सीरिया से मेडिटेरियन समुद्र पार कर यूरोप आने वाले लोगों के लिए कोस्ट गार्ड और नाव को इंतजाम करने में मदद कर रहे हैं। वह एक पादरी हैं।
दाइसाकू इकेदा
दाइसाकू इकेदा जापानी बौद्ध संगठन सोका गाकाई इंटरनेशन संस्था के अध्यक्ष होने के अलावा वह दार्शनिक, लेखक और शिक्षक भी हैं। उनकी संस्था दुनिया में बुद्ध के सिद्धांतों पर शांति और मानवता का संदेश देने का काम करती है।