अमेरिका ने चेताया: टेरर ग्रुप के हाथों परमाणु हथियार लगे, तो आतंकवाद समर्थित देश होंगे जिम्मेदार
वॉशिंगटन। आतंकी समूहों को सपोर्ट करने वाले देशों को अमेरिका ने चेतवानी देते हुए कहा है कि अगर आतंकवादी परमाणु हथियार हासिल करने में सफल हुए, तो वे ही उनके लिए जिम्मेदार होंगे। अमेरिका ने कहा कि आतंकी ग्रुप्स परमाणु हथियार हासिल करने की फिराक में जुटे हैं। राजनीतिक मामलों के उपमंत्री टॉन शेनॉन ने पेंटागन में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'अमेरिका परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों का समर्थन करने वाले किसी भी गैर राजनीतिक या आतंकवादी संगठन की जवाबदेही तय करेगा।'
21वीं सदी में यह सबसे बड़ा खतरा...
हालांकि, शेनॉन और एनपीआर (न्यूक्लियर पोश्चर रिव्यू) की 100 पेज वाली इस रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि किन देशों की मदद से आतंकियों के हाथ परमाणु हथियार लग सकते हैं। वहीं, अमेरिका लंबे समय से कहता आया है कि टेरर ग्रुप्स को पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार थमा सकता है। शेनॉन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि 21वीं सदी में यह सबसे बड़ा खतरा है और दुनिया को इसे कम करने की जरूरत है।
न्यूक्लियर अटैक के गंभीर परिणाम होंगे
शेनॉन ने कहा कि न्यूक्लियर टेररिज्म के खतरे को रोकने के लिए एनर्जी डिपार्टमेंट लगातार नॉन प्रोलिफिरेशन, काउंटरप्रोलिफेरेशन और काउंटरटेररिज्म पर फोकस कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका आतंकियों के हाथ न्यूक्लियर हथियार और टेक्नॉलोजी लगने को रोकने की कोशिश में लगा है। रिपोर्ट ने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका और उनके समर्थित देशों पर न्यूक्लियर अटैक होता है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
नॉर्थ कोरिया, पाकिस्तान और ईरान पर शक
अमेरिका को पाकिस्तान, नॉर्थ कोरिया और ईरान पर सबसे ज्यादा शक है। अमेरिका कई बार आरोप लगा चुका है ईरान और पाकिस्तान आतंकियों को हथियार उपलब्ध करवाते रहे हैं। अमेरिका को शक है कि यह तीनों मुल्क आतंकियों को परमाणु हथियार उपलब्ध करा सकते हैं।