अमेरिकी सेना ने चीनी एप TikTok को किया बैन, जासूसी खतरे के बाद लिया फैसला
वॉशिंगटन। अमेरिकी सेना ने चीनी एप टिकटॉप को बैन कर दिया है। यूएस आर्मी ने नेवी से मिले इंटलीजेंस इनपुट्स और रक्षा विभाग पेंटागन की तरफ से मिले निर्देशों के बाद यह फैसला लिया है। अमेरिकी सेना के प्रवक्ता की ओर से बताया गया है कि अब सरकारी फोन पर कोई भी सैनिक वीडियो एप का प्रयोग नहीं कर सकता है। अमेरिकी वेबसाइट मिलिट्री टाइम्स ने लेफ्टिनेंट कर्नल रॉबिन ओछोआ के हवाले से लिखा है कि टिकटॉक एक साइबर थ्रेट की तरह है।
पिछले माह नेवी ने दिए थे आदेश
पिछले महीने अमेरिकी नेवी ने सभी ऑफिसर्स और जवानों को टिकटॉप को सरकारी फोन से अनइंस्टॉल करने के लिए कहा था। रिपोर्ट के मुताबिक डिफेंस डिपार्टमेंट ने अपने कर्मचारियों को कहा है कि किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतें। अमेरिकी सेना की तरफ से यह आदेश तब आया है जब पहले से ही देश में चीनी एप के खिलाफ जांच जारी है। गौरतलब है अमेरिका में पहले से ही टिकटॉक के खिलाफ जांच चल रही है। अक्टूबर माह में भी इस एप पर कुछ सीनियर लीडर्स की तरफ से सवाल उठाए गए थे। अमेरिकी एजेंसियां इस बात को ध्यान में रखकर जांच कर रही हैं कि कहीं ये चीनी ऐप यूजर का डेटा तो कलेक्ट नहीं कर रही।
भारत में भी बैन हो गया था टिकटॉक
यूएस आर्मी का मानना है कि बाइट डांस की तरफ तैयार किए गए टिकटॉप एप का प्रयोग अमेरिकी सेना की जासूसी के लिए हो सकता है। भारत में भी टिक टॉक को एक बार बैन किया जा चुका है मगर यह बैन कंटेंट की वजह से लगाया गया था। पिछले वर्ष मद्रास हाई कोर्ट ने इसे बैन करने का फैसला सुनाया था। वजह बताई गई थी कि की टिकटॉक पोर्नोग्राफी को बढ़ावा दे रहा है जिससे बच्चों पर खराब असर पड़ रहा है और यूजर्स के मेंटल हेल्थ पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। बाद में टिकटॉक की तरफ से दावा किया गया था कि कंपनी आगे से इस बात का ख्याल रखेगी और कंपनी ने अपनी नीतियों में कुछ बदलाव भी किया गया है।