सोने से भी ज्यादा महंगी है जापान की उनागी मछली, सांप जैसी मछली की खासियत जानकर रह जाएंगे दंग
उनागी मछली जापान की बेहद प्रसिद्ध मछली है लेकिन धीरे धीरे इसकी संख्या में भारी कमी होने लगी है। इसके पीछे वजह है, उनागी मछली का काफी ज्यादा शिकार।
टोकयो, मई 15: जापान की एक बेहद खास मछली, कीमत इतनी की खरीदने से पहले आदमी सौ बार सोचे। लेकिन, खासियत इतनी की ना खाए तो पछताए। इस मछली का नाम है उनागी। जो सिर्फ जापान में पाई जाती है। ये मछली अपनी कीमत और अपनी खासियत के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। जो भी यात्री जापान जाते हैं वो इस मछली को जरूर खाना पसंद करते हैं। लेकिन, इस मछली का दाम जानकर आपको बहुत बड़ा झटका लगेगा। द फुड टाइम डॉट कॉम के मुताबिक 2018 में छोटी उनागी मछली की कीमत जापान में 35 हजार डॉलर प्रति किलो था। लेकिन, इस मछली को पकड़ने के साथ ही नहीं खाया जाता है, बल्कि इस मछली को बनाने से पहले बकायदा एक प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। आईये हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसी क्या बात है जो इस मछली को बेहद खास और इतनी ज्यादा महंगा बनाती है।
बेहद खास होती है उनागी मछली
उनागी मछली जापान की बेहद प्रसिद्ध मछली है लेकिन धीरे धीरे इसकी संख्या में भारी कमी होने लगी है। इसके पीछे वजह है, उनागी मछली का काफी ज्यादा शिकार। इस मछली को तब पकड़ा जाता है जब ये बेहद छोटी होती हैं, लिहाजा इन्हें अपनी आबादी बढ़ाने का मौका ही नहीं मिलता। 1980 के बाद ये मछली जापान में 75 प्रतिशत से ज्यादा कम हो गई है। जिसकी वजह से इसकी कीमत में और इजाफा होता गया। दूसरी मछलियों को तब पकड़ा जाता है जब वो बड़ी हो चुकी होती हैं लेकिन उनागी मछली जब काफी छोटी होती हैं, तभी उन्हें पकड़ लिया जाता है।
एक साल तक पाली जाती है उनागी
उनागी मछलियां जब बेहद छोटी होती हैं तभी इसे पकड़कर एक साल तक पाला जाता है, ताकि बाद में जाकर इन्हें बेचा जा सके। पालने के दौरान हर दिन तीन बार इन्हें खिलाया जाता है। उनागी मछलियों का भोजन भी काफी अलग तरह का होता है। इन मछलियों को गेहू, सोयाबीन खिलाया जाता है और इन्हें मछलियों का तेल भी पिलाया जाता है। पालने के दौरान उनागी मछलियों को बेहद सावधानी से रखा जाता है। अगर एक भी मछली को कुछ भी नुकसान पहुंचता है तो सारी मछलियां अपने आप खराब हो जाती हैं। इन मछलियों को बड़ा होने में 6 महीने से 12 महीने का वक्त लगता है। और जब ये मछलियां एक बार बड़ी हो जाती हैं, फिर इन्हें इनके आकार के हिसाब से अलग अलग कर लिया जाता है।
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उनागी मछली बनाना नहीं है आसान
उनागी मछलियों की कहानी बस इतनी भर नहीं है। जापान के रेस्टोरेंट्स में उनागी मछलियों की काफी ज्यादा डिमांड होती हैं। ये तो मछलियों को रेस्टोरेंट तक पहुंचाने की बात थी लेकिन जब एक बार रेस्टोरेंट के अंदर उनागी मछलियां पहुंच जाती हैं तो कोई भी शेफ इस मछली को नहीं बना सकता है। उनागी मछली का डिश कैसे बनाया जाए, ये सीखने में एक शेफ को सालों का वक्त लगता है। उनागी मछली का एक डिश काबायाकी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और काबायाकी बनाना सीखने में कई साल लगते हैं और ये भी वजह है कि उनागी मछली की कीमत और ज्यादा बढ़ जाती है। जापान में कहते हैं कि इस मछली को कैसे काटा जाए, इसे सीखने में लोगों को जिंदगी गुजार देनी पड़ती है। वहीं, इस मछली को भूनना भी आसान नहीं होता है। उनागी मछली को वही लोग भून पाते हैं, जिनके पास सालों का अनुभव होता है। जब इस मछली को भूना जाता है, उस वक्त सबसे अहम ये होता है कि ना ये मछली ज्यादा हार्ड हो और ना ही ज्यादा सॉफ्ट और इसकी पहचान कैसे करें, यही सीखनें में सालों का वक्त लगता है। उनागी मछली जब एक बार तैयार हो जाती है तो फिर इसे चावल के साथ खाया जाता है।
संकट में क्यों है उनागी मछली?
जापान में गर्मियों के महीने में उनागी मछली की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं, जापान में एक खास त्योहार भी मनाया जाता है, जिसमें उनागी मछली ही खाई जाती है। जिसकी वजह से उनागी मछली की डिमांड काफी ज्यादा होती है। 2014 में जापान में उनागी मछली को लुप्तप्राय मछली की संज्ञा दे दी गई, जिसकी वजह से उनागी मछली को पकड़ने और पालने वाले मछुआरों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी। जिसकी वजह से जापान को उनागी मछली चीन और ताइवान से करना पड़ा। वहीं, अमेरिका में भी उनागी मछली पाई जाती है लेकिन अमेरिका में इसकी कीमत की वजह से इसकी तस्करी होनी शुरू हो गई थी। अब आलम ये है कि जापान में इन मछलियों की घटती आबादी और डिमांड के बीच संतुलन बनाना काफी मुश्किल हो गया है।
कैसे बनाई जाती है उनागी मछली?
उनागी मछली को काटने के बाद उसे मीठे सॉस के साथ फ्राई किया जाता है और फिर इसे चावल के साथ पड़ोसा जाता है। इस डिश को ही काबायाकी कहते हैं। माना जाता है कि काबायाकी खाने से आदमी का स्टेमिना काफी ज्यादा बढ़ जाता है। वैसे तो उनागी मछली ज्यादातर जापान में गर्मियों के महीने में खाई जाती है लेकिन कई लोगों का मानना है कि सर्दी के मौसम में उनागी मछली का स्वाद और ज्यादा बढ़ जाता है।
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