पीसकीपिंग मिशन में सेक्सुअल क्राइम से शर्मसार होता यूएन
न्यूयॉर्क। यूनाइटेड नेशंस की ओर से पीसकीपिंग मिशंस में शामिल यूएन वर्कर्स और उनके जुड़े सेक्सुअल क्राइम्स पर एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के आंकड़ें चौंकाने वाले हैं। रिपोर्ट की मानें तो जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाने के बावजूद ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
यूएन की इस नई रिपोर्ट के मुताबिक 21 देशों में डेप्लॉयड वर्कर्स के खिलाफ वर्ष 2015 में सेक्सुअल हैरसमेंट और मिसबिहेव की 69 शिकायतें दर्ज की गईं।
यूएन जनरल सेक्रेटरी बान की मून की रिपोर्ट में पहली बार आर्मी और पुलिस के उन ऑफिसर्स की राष्ट्रीयता बताई है जिनपर ऐसे आरोप लगे हैं।
यूएन की ओर से कहा गया है कि वर्कर्स पर जो आरोप लगे हैं उन्हें उसकी साइट पर पोस्ट किया जाएगा।
साथ ही आने वाले समय में इनकी जांच से जुड़ी जो भी नई जानकारियां होंगी उन्हें भी अपडेट किया जाएगा। एक नजर डालिए इस रिपोर्ट में मौजूद कुछ खास बातों पर।
कब-कब कितनी शिकायतें
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2015 में 69 शिकायतें आईं थीं जो कि 2014 की 52 शिकायतों से ज्यादा हैं। वहीं वर्ष 2013 में यूएन को सेक्सुअल क्राइम्स से जुड़ी 66 शिकायतें मिली थीं।
असैनिक कर्मचारी भी शामिल
रिपोर्ट पर अगर यकीन करें तो वर्ष 2015 की शिकायतों में 15 यूएन के असैनिक कर्मचारियों के खिलाफ हैं। इनकी जांच यूएन की ओर से की गई थी। 38 शिकायतें मिशन में शामिल पीस सोल्जर्स के खिलाफ हैं तो वहीं 16 शिकायतें ऐसी हैं जो पीस कीपिंग मिशन पर डेप्लॉयड पुलिसकर्मियों के खिलाफ हैं।
कौन-कौन से देश
जिन अधिकारियों के खिलाफ आरोपों की पुष्टि हो गई है या जांच जारी है वे कैमरून, डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, मोरक्को, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, रवांडा, सेनेगल और मोल्दोवा से हैं। हालांकि जर्मनी, स्लोवाकिया और घाना के अधिकारियों के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं, लेकिन उन्हें सही नहीं पाया गया।
यूएन हुआ शर्मसार
21 यूएन पीसकीपिंग मिशंस में से 10 मिशंस ऐसे हैं जिन्होंने सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायतें की हैं।
अफ्रीकी देश शामिल
रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 मामले सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक के हैं तो 16 मामले डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो से हैं।
कोर्ट मार्शल की तैयारी
रिपोर्ट में यूएन जनरल सेक्रेटरी सेजिम्मेदारी तय करने और प्रक्रिया को मजबूत करने की मांग की गई है। साथ ही उन्हें इसके लिए ऑन साइट कोर्ट मार्शल गठित करने और शिनाख्त के लिए यौन शोषण के आरोपियों का डीएनए सैंपल जमा करने का सुझाव दिया गया है।
कितने सैनिक
यूएन पीसकीपिंग मिशन के दौरान सेक्सुअल क्राइम और मिसबिहेव यूनाइटेड नेशंस की सबसे गंभीर और शर्मसार करने वाली समस्या है। दुनिया के गंभीर रूप से संकटग्रस्त और गरीब इलाकों में यूनाइटेड नेशंस के करीब एक लाख शांति सैनिक तैनात हैं।