Ukraine Crisis: यूक्रेन पर मोदी सरकार के रूख से रूस खुश, यूक्रेन में लगा आपातकाल, आज के बड़े अपडेट्स
यूक्रेन में राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के आदेश के बाद अब उन नागरिकों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिनकी उम्र 18 से 60 साल के बीच है। इन लोगों को यूक्रेन की सेना में अधिकतम एक साल के लिए शामिल किया जाएगा।
मॉस्को/कीव/नई दिल्ली, फरवरी 23: पिछले कई हफ्तों के तनाव के बाद रूस-यूक्रेन संकट अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के दो अहम क्षेत्रों को स्वतंत्र राज्य घोषित करते हुए उनके साथ डिप्लोमेटिक संबंध भी स्थापित कर लिए। अमेरिका ने रूस को करारा जवाब देने की कोशिश की और दनादन कई प्रतिबंध रूस के बैंकों से लेकर रूसी कारोबारियों पर लगा दिए। रूस के टॉप के दो बैंकों को अमेरिका ने अपने बैंकिंग सिस्टम से बाहर कर दिया है, जिससे रूस को अरबों डॉलर का नुकसान होगा।
यूक्रेन में लगाया गया राष्ट्रीय आपातकाल
यूक्रेन ने एक राष्ट्रव्यापी आपातकाल की घोषणा की है और अपने नागरिकों को रूसी आक्रमण के खतरे की ओर इशारा करते हुए तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों को मान्यता देने के बाद घोषणाएं कीं और रूसी सैनिकों को वहां "शांति बनाए रखने" का आदेश दिया। यूक्रेन सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि, राष्ट्रीय आपातकाल को अगले 30 से 60 दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, यूक्रेन सरकार ने कहा है कि, आपातकाल, मार्शल कानून से बिल्कुल अलग है और मार्शल कानून संसद की मंजूरी के बाद ही लगाया जाता है। वहीं, यूक्रेन विदेश मंत्रालय ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों से फौरन देश लौटने को कहा है।
रूस पर प्रतिबंधों की बारिश
अमेरिका ने रूस के दो राष्ट्रीय बैंकों की संपत्तियों को, जो अमेरिका के अलग अलग संस्थानों में पड़ी थीं, उन्हें फ्रीज कर दिया है, जबकि यूरोपीय देशों, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने भी रूस के खिलाफ कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन देशों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर रूस यूक्रेन पर अगला आक्रमण करता है, तो फिर रूसे के खिलाफ और भी ज्यादा सख्त प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
चीन ने प्रतिबंधों को बताया 'गलत'
एक तरफ जहां रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की बारिश हो रही है, वहीं चीन की तरफ से कहा गया है कि, चीन ने कभी नहीं सोचा है कि प्रतिबंध समस्याओं को हल करने का सबसे अच्छा तरीका है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चुनयिंग ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, प्रतिबंध लगाने से कोई उपाय नहीं निकलता है। वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, ''चीन को उम्मीद है कि संबंधित पक्ष बातचीत के माध्यम से अपने मुद्दों को सुलझाने की कोशिश कर सकते हैं और शांत रहते हुए संयम बरत सकते हैं।
रूस ने भारत के कदम का स्वागत किया
वहीं, रूस ने बुधवार को यूक्रेन संकट पर भारत की "स्वतंत्र स्थिति" का स्वागत किया और कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मुद्दे पर उसके विचार दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को दर्शाते हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, रूस के डिप्टी चीफ मिशन रोमन बाबुश्किन ने कहा कि, भारत एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और यह वैश्विक मामलों के लिए "स्वतंत्र और संतुलित" दृष्टिकोण लेता है। रूसी नेता ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, "हम भारत की स्वतंत्र स्थिति का स्वागत करते हैं, जिसे उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो बार लिया है।" उन्होंने कहा कि, "संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय गतिविधियां हम दोनों देशों के बीच के खास और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी की योग्यता को पूरी तरह से दर्शाती हैं।"
यूक्रेन ने रिजर्व सेना का निर्माण शुरू किया
वहीं, यूक्रेन में राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के आदेश के बाद अब उन नागरिकों की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिनकी उम्र 18 से 60 साल के बीच है। इन लोगों को यूक्रेन की सेना में अधिकतम एक साल के लिए शामिल किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन में आपात स्थिति में सेना में नये युवाओं की भर्ती की जा रही है। हालांकि, नये भर्ती होने वाले युवाओं को फिलहाल सीमा पर नहीं भेजा जाएगा, इन्हें सिर्फ स्टैंड बाय की स्थिति में रखा जाएगा। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने इन नये भर्ती हुए लोगों को एक साथ जमा करने की बात से इनकार किया है।
चीन ने कहा, ताइवान नहीं है यूक्रेन जैसा
वहीं, चीन ने कहा है कि, ताइवान "यूक्रेन नहीं" है और ताइवान हमेशा चीन का एक अविभाज्य हिस्सा रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में ताइवान को लेकर ये बातें कही हैं। असल में यूक्रेन संकट को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि, चीन भी ताइवान पर हमला करने जैसा कदम उठा सकता है और इसको देखते हुए ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने सैन्य गतिविधियों पर सतर्कता बढ़ाने का आह्वान किया है। वहीं, ताइवान को लेकर पिछले हफ्ते ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने भी टिप्पणी की थी और जोखिम का खतरा जताया था। उन्होंने कहा था कि, अगर यूक्रेन को नहीं बचाया गया, तो फिर दुनियाभर में इसके हानिकारक परिणाम होंगे।
यूक्रेन ने रूसी अधिकारियों पर लगाया प्रतिबंध
वहीं, देश की संसद की मंजूरी के बाद यूक्रेन ने रूस के 351 अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनमें रूस के कानून मंत्री तक शामिल हैं। यूक्रेन ने अलगाववादी-नियंत्रित क्षेत्रों की स्वतंत्रता की मान्यता और पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों को भेजने का समर्थन करने वाले रूसी नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के तहत विशेष रूप से यूक्रेन में प्रवेश पर प्रतिबंध, संपत्ति, पूंजी, संपत्ति, व्यापार के लिए लाइसेंस तक पहुंच को प्रतिबंधित करते हैं।
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