वैश्विक युवा बेरोजगारी घट जाएगी, संयुक्त राष्ट्र ने बताया 2022 में क्या होगा
युवा वैश्विक रोजगार के संबंध में आईएलओ (ILO) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि, 2019 और 2020 के बीच 15 से 24 साल के युवाओं ने श्रम बाजार के मुकाबले रोजगार में ज्यादा हानि का अनुभव किया है।
न्यूयॉर्क, 11 अगस्त : संयुक्त राष्ट्र (United Nation) ने गुरुवार को कहा कि बेरोजगार युवाओं की कुल वैश्विक संख्या 2022 में घटकर 7.3 करोड़ ( 73 Million) हो जानी चाहिए, जो एक साल पहले की तुलना में 20 लाख (2 Million) कम है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने कहा है कि, वर्तमान आंकड़ा अभी भी 2019 के कोरोना महामारी से पूर्व के आंकड़ों से 60 लाख (6 Million) अधिक है। यूएन ने कहा कि, वैश्विक युवा बेरोजगारी में सुधार अन्य आयु समूहों से पीछे है।
श्रम बाजार की चुनौती
युवा वैश्विक रोजगार के संबंध में आईएलओ (ILO) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि, 2019 और 2020 के बीच 15 से 24 साल के युवाओं ने श्रम बाजार के मुकाबले रोजगार में ज्यादा हानि का अनुभव किया है। वहीं, प्रमुख युवा श्रम बाजार संकेतकों और रुझानों से संबंधित वैश्विक रोजगार रुझान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, कोरोना महामारी के कारण आम तौर पर युवा मजदूरों के सामने श्रम बाजार की चुनौती काफी बढ़ी।
लॉकडाउन में व्यवसाय पर लग गया ताला
रिपोर्ट बताती है कि, कोरोना (कोविड-19) लॉकडाउन की वजह से अधिकांश लोगों के व्यवसायों पर ताला लग गया। जिन लोगों ने बिजनेस की शुरूआत करने की सोची थी, वे इसमें उतरने में पूरी तरह से विफल रहे। कोरोना महामारी के कारण युवा लोगों की जरूरतों को पूरा करने के तरीके में कई खामियों का खुलासा कर दिया। ILO के उप महानिदेशक मार्था न्यूटन ने कहा, विशेष तौर पर कोरोना काल में शिक्षा से जुड़े लोग, नए स्नातक वाले युवा, जो नौकरी की खोज में लगे थे, उन्हें कही रोजगार नहीं मिला।
युवाओं के लिए नौकरी सबसे बड़ी जरूरत
आज युवाओं को जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत है, वह है अच्छी तरह से काम करने वाले श्रम बाजार, जहां उन्हें अच्छे रोजगार के अवसर प्राप्त हो और साथ-साथ उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर भी मिलता रहे। हालांकि, दुख की बात यह है कि, अभी तक सभी चीजें युवाओं को नहीं प्राप्त हुई हैं।
कोरोना काल में किसको कितना रोजगार
रिपोर्ट में कहा गया है कि 40.3 प्रतिशत युवा पुरुषों की तुलना में 2022 में 27.4 प्रतिशत युवा महिलाओं के रोजगार में होने का अनुमान लगाया गया था। यह लैंगिक अंतर निम्न-मध्यम आय वाले देशों में 17.3 प्रतिशत और उच्च आय वाले राज्यों में सबसे कम 2.3 फीसदी है। 2020 के कोरोना काल में शिक्षा प्रशिक्षण, रोजगार के क्षेत्र में युवाओं की हिस्सेदारी ना के बराबर थी,जो अब बढ़कर 23.3 प्रतिशत हो गया है। ऐसा आंकड़ा पिछले 15 वर्षों में नहीं देखा गया। वहीं, 2022 में वैश्विक युवा बेरोजगारी दर 14.9 प्रतिशत तक होने का अनुमान है।
किस देश में कितनी बेरोजगारी
यूरोप और मध्य एशिया में, बेरोजगारी दर 16.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। दूसरी तरफ यूक्रेन में युद्ध की वजह से यहां बेरोजगारी दर में अधिक उछाल आने की संभावना है। एशिया और प्रशांत क्षेत्र में बेरोजगारी दर 14.9 प्रतिशत, लैटिन अमेरिका में 20.5 प्रतिशत और उत्तरी अमेरिका में यह आंतकड़ा 8.3 फीसदी तक होना चाहिए। वहीं,अफ्रीका में 12.7 प्रतिशत का दर बताता है कि, कई युवाओं ने श्रम बाजार से पूरी तरह से हटने का विकल्प चुन लिया है। वहीं, अरब देशों में बेरोजगारी दर 24.8 प्रतिशत है।
कैसे बढ़ेगा रोजगार
वहीं, एक सकारात्मक अध्ययन में कहा गया है कि 2030 तक ग्रीन और ब्लू निवेश के माध्यम से विशेष रूप से स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा, टिकाऊ कृषि, रीसाइक्लिंग और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में युवाओं के लिए अतिरिक्त 8.4 मिलियन रोजगार सृजित किए जा सकते हैं। रिपोर्ट का अनुमान है कि 2030 तक सार्वभौमिक ब्रॉडबैंड कवरेज प्राप्त करने से दुनिया भर में 24 मिलियन नई नौकरियों के रोजगार में शुद्ध वृद्धि हो सकती है, जिसमें से 6.4 मिलियन युवा लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक केयर सेक्टर में निवेश से युवाओं के लिए 17.9 मिलियन अधिक रोजगार सृजित होंगे।