अफगानिस्तान: अजेय पंजशीर पर तालिबान ने किया कब्जे का दावा, गवर्नर ऑफिस पर बोला धावा
काबुल, 4 सितंबर। अब तक अजेय माने जाने वाले अफगानिस्तान के प्रांत पंजशीर पर भी अब तालिबान ने अपने कब्जे का दावा किया है। राष्ट्रीय राजधानी काबुल पर कब्जे के करीब 20 दिन बाद अब तालिबान ने पंजशीर पर भी उसके नियंत्रण की बात कही है। दावा किया जा रहा है कि तालिबानियनों ने पंजशीर के गवर्नर हाउस पर कब्जा कर लिया है, हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वहीं पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने तालिबान के दावे को खारिज कर कहा है कि लड़ाई अभी जारी है। पंजशीर अफगानिस्तान को वो प्रांत है जिसे पर आज तक कब्जा नहीं किया जा सका है।
नॉर्दन अलायंस के पूर्व कमांडर अहमद शाह मसूद का गढ़ माना जाने वाला पंजशीर एक बार फिर तालिबानी हमले का सामना कर रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक तरफ जहां तालिबान देश के कई हिस्सों पर कब्जा कर चुका है वहीं, काबुल के पास स्थित पंजशीर पर चढ़ाई करने से आज भी खूंखार आतंकी संगठन हजार बार सोचता है। 90 के दशक में जब तालिबान ने अफगान पर कब्जा किया था उस समय भी पंजशीर पर वह अपनी हुकूमत थोपने में कामयाब नहीं हो पाया था। एक बार फिर अफगानिस्तान में वापसी के बाद से ही तालिबान पंजशीर पर कब्जे का प्लान बना रहा है।
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तालिबान ने शनिवार को घाटी में प्रतिरोध बलों के साथ ताजा संघर्ष के बीच पंजशीर के राज्यपाल के कार्यालय पर कब्जा करने का दावा किया। अपुष्ट रिपोर्टों के अनुसार तालिबान बलों ने पंजशीर प्रांत की राजधानी बाजारक में प्रवेश किया और वहां के प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय पर धावा बोल दिया। अफगानिस्तान में पंजशीर ही एक ऐसा प्रांत है जो तालिबान के कब्जे से आजाद है। तालिबान सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को समूह के लड़ाकों ने घाटी पर कब्जा कर लिया था। अफगान में पंजशीर ही एक ऐसा इलाका है जहां के लोग तालिबान के आतंक के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद किए हुए हैं। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह भी पंजशीर से ही ताल्लुक रखते हैं, काबुल में तालिबान के प्रवेश के बाद से वह यहीं रह रहे हैं।