ताइवान ने भारत को कहा- थैंक यू दोस्त, ऐसे मुश्किल वक्त में आपके समर्थन से हमें मजबूती मिलेगी
ताइवान ने रविवार को कहा कि वह भारत सहित समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा को बढ़ाना जारी रखेगा, ताकि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को संयुक्त रूप से नियम-आधारित बनाए रखा जा सके
ताइवान, 14 अगस्तः ताइवान ने रविवार को कहा कि वह भारत सहित समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा को बढ़ाना जारी रखेगा, ताकि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को संयुक्त रूप से नियम-आधारित बनाए रखा जा सके और ताइवान स्ट्रेट में सुरक्षा की रक्षा की जा सके। यह बयान अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की स्व-शासित द्वीप की यात्रा के बाद ताइवान स्ट्रेट में तनाव के मद्देनजर आया है। चीन की सेना ताइवान स्ट्रेट में सैन्य अभ्यास कर रही है।
भारत सहित 50 देशों का जताया आभार
ताइवान ने कहा कि वह दुनियाभर के देशों के साथ दोस्ताना संबंध बनाए रखने का हकदार है। उसने यह भी कहा कि हाल ही में चीन की ताइवान लक्षित सैन्य मुद्रा ने जानबूझकर ताइवान स्ट्रेट में शाांति और स्थिरता को गंभीर रूप से बाधित किया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'आरओसी (ताइवान) की सरकार भारत समेत 50 से अधिक देशों की कार्यकारी शाखाओं और सांसदों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहती है, जिन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने की अपील की है।
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आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा ताइवान
बयान में आगे कहा गया कि ताइवान की सरकार अमेरिका, जापान और भारत सहित अन्य सभी समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ संचार और समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगी ताकि संयुक्त रूप से नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखा जा सके और ताइवान स्ट्रेट की सुरक्षा व हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि मजबूत हो सके।
भारत ने इलाके में शांति बनाए रखने का किया था आग्रह
इससे पहले शुक्रवार को भारत ने ताइवान स्ट्रेट में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने का आग्रह किया था और कहा था कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, "कई अन्य देशों की तरह भारत भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है। हम क्षेत्र में संयम बरतने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने, तनाव कम करने और शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का आग्रह करते हैं।"
चीन ने जारी किया श्वेत पत्र
इस सप्ताह की शुरुआत में चीन ने ताइवान पर अपने दावों को दोहराते हुए 'द ताइवान क्वेशन एंड चाइनाज रियूनिफिकेशन इन द न्यू एरा' (ताइवान का सवाल और नए युग में चीन का पुनर्मिलन) शीर्षक के साथ एक श्वेत पत्र जारी किया। चीनी राज्य नियंत्रित मीडिया ने कहा कि श्वेत पत्र राष्ट्रीय पुनर्मिलन के लिए देश के संकल्प को प्रदर्शित करता है। श्वेत पत्र में कहा गया है कि चीनी कम्युनिष्ट पार्टी (सीसीपी) ताइवान के प्रश्न को हल करने और चीन के पूर्ण एकीकरण को साकार करने के ऐतिहासिक मिशन के लिए प्रतिबद्ध है।
ताइवान ने विदेश मंत्री ने की निंदा
वहीं ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि चीन, ताइवान स्ट्रेट में यथास्थिति को खत्म कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने चीनी सैन्य अभ्यास की निंदा की। वू ने कहा कि अतिरिक्त विदेशी प्रतिनिधिमंडलों का ताइपे में स्वागत है। उन्होंने पेलोसी की यात्रा पर चीन की उग्र प्रतिक्रिया की भी निंदा की। वू ने कहा, जो कोई भी अपना समर्थन दिखाने के लिए ताइवान आना चाहते हैं, उसका हमारे पास आने के लिए स्वागत है। उन्होंने कहा कि ताइवान को अपनी विदेश नीति चलाने से नहीं रोका जा सकता है।
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