श्रीलंका ने भारत से मांगी एनएसजी फोर्स , चेन्नई में 100 कमांडो स्टैंड बाई पर!
कोलंबो। 21 अप्रैल को एक के बाद एक हुए आठ सीरियल ब्लास्ट्स से श्रीलंका और यहां के सुरक्षा संस्थान एकदम सन्न हैं। श्रीलंका के इतिहास में पहला मौका है जब इस देश ने आतंकवाद को इतने बड़े पैमाने पर झेला है। हैरान और परेशान श्रीलंका ने अब एंटी-टेरर ऑपरेशन के लिए भारत के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) कमांडोज की मदद मांगी है। एनएसजी को एंटी-टेरर ऑपरेशंस में एक अनुभवी सिक्योरिटी फोर्स माना जाता है और इसने 26/11 जैसे अहम ऑपरेशंस में अपनी काबिलियत साबित की है।
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आधिकारिक अनुरोध का इंतजार
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी का हवाला देते हुए इकोनॉमिक्स टाइम्स ने लिखा है कि श्रीलंका सरकार की ओर से अनौपचारिक तौर पर भारत से अनुरोध किया गया है कि वह एनएसजी कमांडोज को कोलंबो भेज दे। लेकिन सरकार की ओर से अभी आधिकारिक और औपचारिक अनुरोध का इंतजार किया जा रहा है। अनौपचारिक अनुरोध पर सेना भेजना नियमों का उल्लंघन होगा। हालांकि चेन्नई में एनएसजी कमांडोज की एक टीम को स्टैंडबाई पर रखी गई है। शुक्रवार को सेना और पुलिस की ओर से हुए सर्च ऑपरेशन में 15 लोगों की मौत हो गई थी जिसमें से तीन आईएसआईएस के आत्मघाती हमलावर थे।
विदेश मंत्रालय लेगा अंतिम फैसला
गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो एनएसजी को ब्लास्ट के बाद के हालातों की जांच का अच्छा-खासा अनुभव है और उन्हें स्टैंडबाई रहने को कहा गया है। उन्हें दिल्ली में मौजूद उनके सीनियर्स की ओर से मदद दी जाएगी। सूत्रों की मानें तो एनएसजी की काउंटर-हाइजैक स्क्वाड्स और काउंटर टेरर टीम इस समय चेन्नई में हैं। उनके डेप्लॉयमेंट का आखिरी फैसला विदेश मंत्रालय की ओर से ही लिया जाएगा। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने हमले से पहले इंटेलीजेंस देने के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया है। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ेगी तो खतरों से निबटने के लिए भारत की मदद ली जाएगी।
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अब तक 105 लोग गिरफ्तार
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की ओर से लगाई गई इमरजेंसी के तहत अब मुसलमान महिलाएं बुर्का नहीं पहन सकेंगी। राष्ट्रपति के ऑफिस की ओर से कहा गया है कि ऐसा कोई भी आउटफिट जो किसी व्यक्ति की पहचान को छिपाने में मददगार साबित होता, उसे सरकार की तरफ से बैन कर दिया गया है। यह बैन सोमवार से प्रभावी हो गया है। श्रीलंका में अब तक एक तमिल टीचर और स्कूल प्रिंसिपल समेत 105 संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है, श्रीलंका पुलिस की ओर से रविवार को इस बात की जानकारी दी गई है। शनिवार को देश की सरकार ने नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है जिसके आईएसआईएस से हैं।
रॉ और आईबी की टीम पहले ही श्रीलंका में
रिसर्च एंड एनालिसिसि विंग (रॉ) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक टीम पहले से ही कोलंबो में है। भारत की ओर से हमलों से पहले तीन अलर्ट भेजे गए थे। इन अलर्ट्स में से एक अलर्ट में खासतौर पर आगाह किया गया था कि कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास और चर्चों पर आत्मघाती हमले हो सकते हैं। वहीं श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने भारत की मदद के लिए शुक्रिया तो कहा है लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि उनके देश का विदेशी सेना की कोई जरूरत नहीं है। 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए ब्लास्ट्स में 253 लोगों की मौत हो चुकी है।
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