पुलिस ऑफिसर के बेटे स्कॉट मॉरीसन बने ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री
कैनबरा। लिबरल पार्टी के स्कॉट मॉरीसन अब ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री हैं। मॉरीसन ने अपने प्रतिद्वंदी पीटर ड्यूटॉन को 45-40 से मात दी। स्कॉट जो अब तक ऑस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे अब देश के पीएम के तौर पर काम करेंगे। मॉरीसन ने हालांकि अपनी जीत पर अभी तक कुछ नहीं कहा है। उन्होंने बस इतना ही कहा कि वह अगले कुछ घंटों में राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं। स्कॉट को लोग प्यार से स्कोमो भी बुलाते हैं। स्कॉट एक पुलिस ऑफिसर के बेटे हैं और उन्हें एक मेहनती इंसान के तौर पर जाना जाता है। उनके साथियों की मानें तो उनमें नेतृत्व की क्षमता देश को आगे तक लेकर जाने वाली है।
ऑस्ट्रेलिया के 30वें पीएम स्कॉट
स्कॉट ऑस्ट्रेलिया के 30वें प्रधानमंत्री हैं और उन्होंने मैल्कम टर्नबुल की जगह ली है। पार्टी के अंदर मची कलह ने देश में राजनीतिक संकट पैदा कर दिया था। साल 2015 में जब टर्नबुल ने टोनी एबॉट की जगह पीएम बनाए गए थे तो लिबरल पार्टी के एक प्रभावी सांसद ने इंटरव्यू में कहा था, 'अगर हम अगला चुनाव हारे तो फिर मॉरीसन हमारे नेता होंगे।' मॉरीसन हमेशा से टर्नबुल के समर्थक रहे हैं। हालांकि उन्होंने हमेशा पीएम पद के लिए भी अपनी रूचि जाहिर की थी। 11 वर्ष के अंदर ऑस्ट्रेलिया में छठवां मौका है जब पीएम का चुनाव हुआ है। हैरानी की बात है कि टर्नबुल को उनकी ही पार्टी के सांसदों ने सत्ता से बाहर फेंकने में बड़ी भूमिका अदा की है।
वोटर्स ने टर्नबुल के शासन को किया खारिज
टर्नबुल के लिए यह काफी मुश्किलों भरा समय रहा। कई माह तक चली बातचीत भी कोई सफल नतीजा नहीं दे सकी। पिछले हफ्ते टर्नबुल एक इमरजेंसी प्रपोजल लेकर आए थे। इस प्रस्ताव के तहत बिजली की कीमतों और क्लाइमेट चेंज से जुड़े अहम कदमों के तहत उत्सर्जन में कमी लाना शामिला था। पार्टी के ही पीटर ड्यूटॉन ने टर्नबुल के खिलाफ मैदान में उतरने का फैसला किया था। इसके बाद राजधानी कैनबरा में एक ओपिनियन पोल कराया गया। इस पोल में वोटर्स ने टर्नबुल के शासन को लेकर काफी गुस्सा जाहिर किया। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप भी इस मैदान में थीं और तीसरे पायदान पर रहीं।