यूक्रेन पर होगा 'टेक्टिकल न्यूक्लियर वेपन' से हमला! रूस ने की बैठक, बाइडेन की उड़ गई नींद
यूक्रेन में जंग के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। कीव के शहरों को तबाह और बर्बाद कर दिया गया है। हालांकि, अमेरिका यूक्रेन को हरसंभव सैन्य सहायता कर रहा है।
यूक्रेन में जंग के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। कीव के शहरों को तबाह और बर्बाद कर दिया गया है। हालांकि, अमेरिका यूक्रेन को हरसंभव सैन्य सहायता कर रहा है। इस वजह से कीव मॉस्को को अपने कई इलाकों से बाहर खदेड़ चुका है। वहीं पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन रूस पर हावी होता प्रतीत हो रहा है। यूक्रेन ने काला सागर में रूसी बेड़े पर ड्रोन से हमले किए थे। इससे रूस काफी नाराज है। अब खबर है कि वरिष्ठ रूसी सैन्य नेताओं ने यूक्रेन में टेक्टिकल न्यूक्लियर वेपन (tactical nuclear weapon) के इस्तेमाल पर चर्चा की है। हालांकि, इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) मौजूद नहीं थे।
यूक्रेन को खत्म करेगा रूस!
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन जंग को लेकर इस बड़े महत्वपूर्ण बैठक में रूसी सेना के अधिकारियों ने यूक्रेन पर कब और कैसे परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जाए, इस पर गहन चर्चा हुई। रूस के इस बैठक ने वाशिंगटन की चिताओं को और भी अधिक बढ़ा दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक यूक्रेन को न्यूक्लियर धमाकों से खत्म करने के लिए हुई बैठक में राष्ट्रपति पुतिन ने हिस्सा नहीं लिया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने आगे बताया कि इस बैठक से पता चलता है कि हथियारों के इस्तेमाल पर पुतिन के बार-बार बयान खतरे से कही ज्यादा हो सकते हैं।
बाइडेन की उड़ी नींद
रिपोर्ट के मुताबिक रूस की इस सैन्य बैठक ने बाइडेन प्रशासन की नींद उड़ा कर रख दिया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, रूसी जनरल अपनी विफलताओं से काफी हताश और निराश है। हो सकता है कि जंग में अपनी विफलताओं से निराश होने की वजह से वे यूक्रेन पर कोई बड़ा हमला करने का प्लान बनाया रहे हो। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने अखबार को यह भी बताया कि अभी इस बात का कोई सबूत नहीं है कि रूसी परमाणु हथियारों को स्थानांतरित कर रहा है या फिर वह हमले की सोच रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस खबर की खुफिया जानकारी अक्टूबर के मध्य में अमेरिकी सरकार को दी गई थी।
रूस इस वक्त कुछ भी कर सकता है
सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स ने पहले कहा था कि रूस यूक्रेन जंग में काफी कुछ हार गया है और संभावित तौर पर पुतिन इससे काफी निराश और हताश होंगे। इसी हताशा और निराशा के कारण रूस अपनी असफलता छिपाने के लिए यूक्रेन पर परमाणु हथियार का उपयोग कर सकता है।
दोनों तरफ से हमला बराबर
रूस ने हाल के हफ्तों में यूक्रेन पर मिसाइल हमले (Russia-Ukraine Conflict) तेज कर दिए हैं। दरअसल हमले दोनों तरफ से हो रहे हैं। शनिवार को यूक्रेन ने काला सागर बेड़े पर हमला किया था। इसके बाद रूस ने इसका बदला लेते हुए सोमवार को देश की राजधानी कीव में सिलसिलेवार धमाके किए। धमाके से पूरा इलाका फिर से दहल उठा है। वहीं,उत्तरी, पूर्वी और मध्य यूक्रेन के क्षेत्रीय अधिकारियों ने भी मिसाइल हमलों की सूचना दी, हालांकि कीव में विस्फोटों का कारण ज्ञात नहीं हुआ है। रायटर्स ने बताया कि कीव पर करीब 10 बड़े धमाके हुए। चारों तरफ धुएं का गुबार छा गया।
रूस यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों पर हमले करता है
इससे पहले शुक्रवार की रात रूस के सैनिकों नेयूक्रेन के शहरों को रॉकेट हमलों से दहला दिया था। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के इस हमले को आतंकी रणनीति बताते हुए कहा था कि, रात में दुश्मन रूस ने फिर से उनके देश पर हमला किया था। उन्होंने बताया कि रूस ने इस दौरान ताबड़तोड़ 36 रॉकेट देश के अलग-अलग शहरों पर दागे। जेलेंस्की ने कहा रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा ग्रिड और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर हमले किए। रॉकेट और मिसाइल हमलों के कारण यूक्रेन के 15 लाख लोगों की घरों की बत्ती गुल हो गई। हालांकि जेलेंस्की ने यह भी बताया था कि उनके जांबाज सैनिकों ने उनके कई रॉकेट को धवस्त कर दिया।
रूस ने मिसाइल हमले तेज किए
क्रीमिया पुल को क्षतिग्रस्त करने वाले विस्फोट के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराने के बाद रूस ने हाल के हफ्तों में मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं। दोनों तरफ से गोलीबारी, मिसाइल, ड्रोन से हमले किए जा रहे हैं। यूक्रेन बार-बार सुलगता जा रहा है। वहीं, सेवास्तोपोल के पास काला सागर में तैनात रूसी नौसैनिक बेड़े पर हुए आतंकी हमले के विरोध में रूस अनाज आपूर्ति समझौते में अपनी भागीदारी तुरंत प्रभाव से स्थगित कर दिया। इससे संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य सभी देश चिंतित हैं।