'गे होना कबूल नहीं, संस्कृति को कर रहे हैं खराब', अब समलैंगिकों पर चला पुतिन का कानूनी चाबुक
रूसी संसद ने नाबालिगों के लिए "गैर-पारंपरिक यौन संबंधों को बढ़ावा देने" पर 2013 के प्रतिबंध का विस्तार करने के लिए कदम बढ़ा दिया है। इसे व्यापक रूप से ‘गे प्रोपेगेंडा’ बिल के रूप में जाना जाता है।
मास्को, 19 जुलाईः रूसी संसद ने नाबालिगों के लिए "गैर-पारंपरिक यौन संबंधों को बढ़ावा देने" पर 2013 के प्रतिबंध का विस्तार करने के लिए कदम बढ़ा दिया है। इसे व्यापक रूप से 'गे प्रोपेगेंडा' बिल के रूप में जाना जाता है। इस महीने की शुरुआत में इसे राज्य ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन द्वारा प्रस्तावित उपायों के साथ मसौदा विधेयक संसद की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया था।
विदेशी मूल्यों की जगह नहीं
बीते 8 जुलाई को गे प्रोपेगेंडा बिल के बारे में बात करते हुए वोलोडिन ने LGBT संबंधों पर सूचना के प्रसार पर व्यापक प्रतिबंध के पक्ष में बात की। उन्होंने कहा कि प्रतिबंझ के विस्तार के बाद रूस अब गैर-पारंपरिक मूल्यों के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि रूस में समलैंगिक विवाह को वैध बनाने की मांग की बात करना अब अतीत की बात हो चुकी है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे समाज पर विदेशी मूल्यों को थोपने के प्रयास विफल रहे हैं।
समलैंगिक विवाह को तो भूल ही जाएं
वोलोडिन ने सोशल साइट टेलीग्राम पर लिखा, "यूरोप की परिषद से बाहर निकलने के साथ, रूस में समलैंगिक विवाह को वैध बनाने की मांग अतीत की बात बन गई है। हमारे समाज पर विदेशी मूल्यों को थोपने के प्रयास विफल रहे हैं। " इससे पहले पिछले हफ्ते स्टेट ड्यूमा की सूचना समिति के प्रमुख, अलेक्जेंडर खिनशेटिन ने अपने टेलीग्राम सोशल मीडिया चैनल पर कहा कि वे आम तौर पर दर्शकों की उम्र की परवाह किए बिना इस तरह के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखते हैं।
2013 में आया ये कठोर कानून
मौजूदा "गे प्रोपेगेंडा" कानून 2013 में पारित किया गया था और इसका उपयोग समलैंगिकों के द्वारा गौरव रैली को रोकने और समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के लिए किया गया है। यह नया बिल 6 कम्युनिस्ट और सामाजिक रूप से रूढ़िवादी अधिकारियों के एक क्रॉस-पार्टी समूह द्वारा पेश किया गया नया बिल है जो LGBTQ अधिकारों और रिश्तों की चर्चा पर पहले से ही कड़े प्रतिबंधों को कड़ा करने का आह्वान करता है।
लगेगा भारी जुर्माना
इसके साथ ही यह बिल LGBTQ संबंधों की सकारात्मक या तटस्थ रोशनी में सार्वजनिक चर्चा और सिनेमाघरों में किसी भी LGBTQ सामग्री पर प्रतिबंध लगाएगा। इस बिल में बदलाव के बाद समलैंगिकता को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में मानी जाने वाली किसी भी घटना या कार्य पर जुर्माना लगाया जा सकता है। बता दें कि कुछ समय पहले ही युद्ध विरोधी रूसी पत्रकार यूरी ड्यूड पर "समलैंगिक प्रचार" कानून के तहत मॉस्को की एक अदालत ने 120,000 रूबल (2,024 डॉलर) का जुर्माना लगाया था।
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