चीन में तेजी से बढ़ रहा है जिस्मफरोशी का धंधा, पड़ोसी मुल्कों से लाई जा रही हैं कॉलगर्ल्स
नई दिल्ली। चीन के शहर अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं। ऊंची-ऊंची इमारतें, साफ सुथरी सड़कें, चमक-दमक और खूब पैसा। शायद आप भी इसी तस्वीर के साथ चीन की कल्पना करते होंगे। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि इस देश का कोई कड़वा सच भी होगा जो गैरकानूनी होने के साथ-साथ शर्मनाक भी है। अगर नहीं, तो हम बताते हैं आपको। चीन की इकॉनॉमी जितनी तेजी से बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से वेश्यावृत्ति अपना पैर फैला रहा है। चीन में फिलहाल करीब एक करोड़ महिलाएं वेश्यावृत्ति में शामिल हैं। कुछ महिलाएं चीन की ही हैं तो बहुत सारी पड़ोसी देशों से लाई गई हैं। उन्हें सुनहरे भविष्य का सपना दिखाया गया और इस धंधे में धकेल दिया गया।
उत्तर कोरियाई महिलाओं और लड़कियों की हो रही है तस्करी
देह व्यापार के लिए बड़ी संख्या में उत्तर कोरियाई महिलाओं और लड़कियों की चीन में तस्करी की जाती है। लंदन स्थित एनजीओ कोरिया फ्यूचर इनिशिएटिव (केएफआइ) ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। दो साल में तैयार हुई इस रिपोर्ट के अनुसार, कई महिलाओं को वेश्यावृत्ति में झोंक दिया जाता है जबकि कुछ को चीनी पुरुषों की पत्नी बनने के लिए बेच दिया जाता है। कई लड़कियों को जबरदस्ती साइबरसेक्स (इंटरनेट पर आपत्तिजनक लाइव वीडियो बनाना) के लिए भी मजबूर किया जाता है। केएफआइ का कहना है कि 12 साल तक की कई बच्चियां भी दुष्कर्म जैसे घिनौने अपराध का शिकार हुई हैं।
चीन की रिसर्चर और पत्रकार झांग की किताब में हुआ ये खुलासा
लीजिया झांग चीन की एक जानी मानी पत्रकार और रिसर्चर हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने चीन में वेश्यावृत्ति पर लोटस नाम से एक किताब लिखी। झांग के मुताबिक 'मैं इसके लिए चीन की मार्केट इकोनॉमी को जिम्मेदार ठहराऊंगी, जिस तरह चीन का मार्केट इकोनॉमी का रूपांतरण हुआ, जिसमें महिलाओं के कंधे पर भी भारी बोझ आ गया और वो इसकी शिकार भी बनती चली गई। अचानक पैसा आने से चीन में महिलाओं का उपभोग करने वाला एक नया वर्ग भी पैदा हो गया। चीन की महिलाएं और लड़कियां अगर अपनी गरीबी और घरेलु हिंसा के कारण इस धंधें में आ रही हैं तो चीन के पडोसी देशों की लड़कियां बड़े पैमाने पर ये काम करती मिल जाएंगी। कुछ यहां स्वैच्छा से आती हैं तो कुछ शादी या फिर मॉडल बनाने का झांसा देकर सिंडिकेट या गैंग के जरिए लाई जाती हैं. इसमें उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, जापान, पाकिस्तान, म्यांमार और कुछ अफ्रीकी देशों की लड़कियां शामिल हैं।
कुछ होटल्स ऐसे जहां कॉलगर्ल्स के विजिटिंग कार्ड टेबल्स पर लगे मिल जाएंगे
एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक चीन में मोबाइल के जरिए टैक्स्ट मैसेज और आनलाइन के जरिए भी ये धंधा फलफूल रहा है। चीन की सड़कों पर भी प्रोस्टिट्यूशन के धंधे में लगी महिलाएं खड़ी दिख जाएंगी। वो अपना विजिटिंग कार्ड देती हैं या फिर कुछ होटल्स ऐसे हैं जहां उनके विजिटिंग कार्ड टेबल्स पर लगे मिल जाते हैं। यानि ये पूरा धंधा अंडरग्राउंड तो है लेकिन योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है।
स्ट्रिप क्लब, हेयर सैलून में फल फूल रहा है धंधा
चीन में रात होते ही क्लबों के बाहर भीड़ एकत्र होने लगती है। कुछ ऐसे क्लब हैं जो अंडरग्राउंड हैं। यहां पर ग्राहकों को खुश करने के लिए लड़कियां कुछ भी करने को तैयार रहती हैं। उदाहरण के तौर पर लड़कियां ग्राहकों के सामने धीरे-धीरे कपड़े उतारती हैं और उन्हें उत्तेजित करती हैं। उसके बाद दोनों के बीच पैसों की लेनदेन तय हो जाती है और फिर या तो क्लब में ही बने छोटे कमरों में या फिर ग्राहक के पते पर इस धंधे को अंजाम दिया जाता है। इसके अलावा बेसमेंट पार्किंग या फिर हेयर सैलून में इस धंधे को अंजाम दिया जाता है।
वेश्यावृत्ति को लेकर क्या है चीन का कानून
चीन में वेश्यावृत्ति गैरकानूनी है। आलम ये है कि अगर किसी के जेब से गलती से कंडोम भी मिल गया तो वहां की पुलिस सेक्स वर्कर मानकर जेल में डाल देती है।
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