कार के डैशबोर्ड पर धार्मिक फोटो लटकाने पर रोक, जानें कहां लगी?
फिलीपींस की अथॉरिटीज ने सुरक्षा कारणाों से धार्मिक प्रतीकों को कार के डैशबोर्ड पर बैन किया। शुक्रवार से लागू हुआ बैन देश के नए कानून का हिस्सा।
मनीला। फिलीपींस की अथॉरिटीज ने कार के डैशबोर्ड पर धार्मिक प्रतीकों को रखने और धार्मिक मालाओं को लटकाने से बैन कर दिया है। फिलीपींस में आए इस बैन के बाद अब कैथोलिक चर्चों अब इस बात को जोर-जोर से कह रहे हैं कि देश की व्यस्त सड़कों पर इस तरह की चीजें उन्हें ईश्वर के करीब रखती हैं।
कानून के तहत लगाया गया बैन
यह बैन शुक्रवार से प्रभावी हो गया है और यह देश के एक नए कानून का हिस्सा है। इस कानून का मकसद ड्राइवर्स का ध्यान भंग करने वाली चीजों को खत्म करना है। बैन के तहत ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन पर बात करना या फिर मैसेज भेजना, मेकप करना , खाना या फिर कॉफी पीना भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। देश की ट्रांसपोर्ट रेगुलेटरी एजेंसी की प्रवक्ता एलिन लिजाडा ने इस बात की जानकारी दी है। लेकिन इस आदेश में धार्मिक चिन्हों को बैन करने वाले नियम ने सबसे ज्यादा विवाद पैदा कर दिया है। फिलीपींस के 100 मिलियन लोगों में से 80 प्रतिशत लोग कैथोलिक हैं। गाड़ियों में किसी धार्मिक चिन्ह को वह ईश्वर की ओर से उन्हें दी गई सुरक्षा की तरह मानते हैं।
ड्राइवर्स की आस्था का सवाल
फिलीपींस के कैथोलिक बिशप्स में एग्जिक्यूटिव सेक्रेटरी फादर जेरोम सेसिलियानो ने इस पर कहा है कि यह एक अनावश्यक प्रतिक्रिया है और बिल्कुल संवेदनहीन है जिसमें जरा भी बुद्धि का प्रयोग नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के धार्मिक प्रतीकों की मदद से ड्राइवर्स सुरक्षित महसूस करता है और उसे लगता है कि ईश्वर उसके साथ है। वह उसकी रक्षा कर रहा है और उसे गाइड कर रहा है। फिलीपींस के जीप ड्राइवर्स और मालिकों के एसोसिएशन पिस्टन ने भी इस बैन का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह का कोई भी डाटा मौजूद नहीं है जिससे यह लगे कि धार्मिक चिन्हों की वजह से कोई एक्सीडेंट हुआ है। पिस्टन के प्रेसीडेंट जॉर्ज सैन मोटेओ ने कहा है कि ड्राइवर्स की आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।