इमरान के डूबते जहाज से कूद रहे PTI नेता, काम कर गया पाकिस्तानी सेना का 'माइनस-1' प्लान, जानें क्या किया?
इमरान खान के खिलाफ ईशनिंदा, आतंकवाद, भ्रष्टाचार समेत 140 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गये हैं और बहुत जल्द उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज होगा। उनके खिलाफ आर्मी कोर्ट में मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है।
Imran Khan News: पाकिस्तान में सियासी संकट लगातार बढ़ता जा रहा है और इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का 'माइनस-1' प्लान काम कर गया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 8 मई को गिरफ्तार किया गया था और 9-10 मई को उनके समर्थकों ने पूरे पाकिस्तान में जमकर हिंसक प्रदर्शन किया था। पाकिस्तानी सेना के हेडक्वार्टर तक में प्रदर्शनकारी घुस गये थे और तोड़फोड़ की थी।
जिसके बाद इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तानी सेना ने 'माइनस-1' फॉर्मूला लागू किया था, जो अब काम कर गया है। सेना के 'माइनस-1' फॉर्मूले ने इमरान खान की पार्टी में भगदड़ मचा दी है और एक के बाद एक नेता, इमरान खान की डूबती नैय्या छोड़कर भाग रहे हैं।
क्या था फौज का 'माइनस-1' फॉर्मूला?
इमरान खान के जंग के ऐलान के बाद सेना ने "माइनस -1" फॉर्मूले को लागू की थी, जिसमें इमरान खान को पॉलिटिकल रेस से हटाने और उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को खत्म करने का प्लान है। इस प्लान के तहत, इमरान खान की सारी ताकत छीन लेने की कोशिश पाकिस्तानी सेना की है।
पाकिस्तान के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना इस फॉर्मूले पर काम कर रही है, कि इमरान खान को पूरी तरह से अकेला कर दिया जाए, और उनकी पार्टी को ही तोड़ दिया जाए।
पाकिस्तानी सेना का फॉर्मूला ये है, कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में इमरान खान के अलावा दूसरी और तीसरी पंक्ति में कोई भी बड़ा नेता ना बचे, जिससे इमरान खान मानसिक तौर पर टूट जाएं, उनके पास कोई भी सलाहकार ना बचें, और ऐसी गलती करें, जिससे फौज को उनके खिलाफ डायरेक्ट एक्शन लेने का मौका मिल जाए।
माइनस 1 फॉर्मूला के तहत "पहले पीटीआई माइनस इमरान खान की कोशिश की गई थी, जो बैकफायर कर गया, लेकिन अब माइनस 1 फॉर्मूला नये सिरे से आजमाया जा रहा है, जिसमें इमरान खान को छोड़कर उनकी पार्टी के तमाम दूसरे नेताओं को पकड़ा जा रहा है।"
इमरान खान को छोड़कर उनकी पार्टी के तमाम बड़े नेता गिरफ्तार कर लिए गये हैं। इमरान खान के करीबी सलाहकार शाह महमूद कुरैशी, शिरीन मजारी, फैसल बावड़ा समेत दर्जनों नेता गिरफ्तार हैं। लिहाजा, इमरान खान अकेले पड़ चुके हैं। वहीं, उनके एक और करीबी नेता फवाद चौधरी को फौज ने इतना टॉर्चर किया है, कि उन्होंने अब अपना बयान बदलना शुरू कर दिया है। वो अब फौज के साथ समझौता करने के मूड में आ चुके हैं।
कई नेता दे सकते हैं इस्तीफा
रिपोर्ट है, कि इमरान खान के करीबी फवाद चौधरी पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं और सेना से सुलह कर अपना राजनीतिक भविष्य बचाने की कोशिश कर सकते हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के टिकट पर चुनाव जीतने वाले नेशनल असेंबली (एमएनए) के सांसद सदस्य महमूद मौलवी ने मंगलवार को ही इमरान खान की पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इसके अलावा कम से कम दर्जन भर नेता ऐसे हैं, जो अगले एक से दो दिनों में पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं, जिनमें कई बड़े नामों के शामिल होने की खबर है।
काम कर गया 'माइनस-1' फॉर्मूला?
पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है, कि अगली सरकार बनाने से रोकने के प्रयास में पीटीआई को निशाना बनाया जा रहा है और इसके सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
यानि, इमरान खान खुद मान रहे हैं, कि उनकी पार्टी को खत्म किया जा रहा है। वही फौज का प्लान है।
आधी रात को एक ट्वीट में पीटीआई प्रमुख ने कहा, कि लोकतंत्र, न्यायपालिका, संविधान और कानून के शासन को "मौजूदा फासीवादी ढांचे द्वारा पूरी तरह से मजाक" बना दिया गया है।
इमरान खान ने अलजजीरा को जिए गये एक इंटरव्यू में कहा, कि सत्तारूढ़ गठबंधन और सैन्य प्रतिष्ठान, "जो एक ही व्यक्ति है, सेना प्रमुख, वो चाहते हैं कि उन्हें चुनाव की रेस से हटा दिया जाए।
वहीं, इमरान खान ने कहा है, कि उनकी पार्टी के 7500 कार्यकर्ताओं को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। वहीं, पीटीआई नेता अली हैदर जैदी ने दावा किया है, कि पुलिस ने उन्हें जियाउद्दीन अस्पताल से गिरफ्तार किया है और जैकबाबाद जेल ले जा रही है।
वहीं, पीटीआई ने कहा है, कि पुलिस ने पार्टी नेता शिरीन मजारी का फिर से "अपहरण" किया है और इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश का "स्पष्ट उल्लंघन" किया गया है। कोर्ट ने शिरीन मजारी की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी, बावजूद इसके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, सिंध की पुलिस ने कहा है, कि उसने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीटीआई के नेता फिरदौस शमीम नकवी को गिरफ्तार कर लिया है। फिरदौस शमीम नकवी, सिंध में इमरान खान की पार्टी के बड़े नेता हैं और उनकी गिरफ्तारी के बाद सिंध में इमरान का आंदोलन निश्चित तौर पर कमजोर पड़ेगा।
पीटीआई के अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) द्वारा जमानत दिए जाने के कुछ घंटों बाद, पीटीआई नेता अली मुहम्मद खान को झेलम जिला जेल के बाहर से फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
कुल मिलाकर पीटीआई के तमाम बड़े नेता गिरफ्तार किए जा चुके हैं और इमरान खान अपनी पार्टी में अब अकेले रह गये हैं। उनके साथ कोई साथी सलाहकार नहीं है, लिहाजा अब उन्हें पार्टी के तमाम फैसले खुद करने हैं।
आर्मी एक्ट के तहत मुकदमा
Recommended Video
पाकिस्तान की सेना ने कहा है, कि तमाम उपद्रवियों के खिलाफ आर्मी एक्ट के तहत मुकदमा चलेगा, यानि पीटीआई के नेताओं का कोर्ट मार्शल किया जाएगा। इस लपेटे में इमरान खान को भी लाया जाएगा, ये करीब करीब तय हो चुका है।
अगर आर्मी एक्ट के तहत इमरान खान के खिलाफ मुकदमा चलता है, तो उन्हें उम्र कैद या फिर फांसी की सजा भी हो सकती है और चूंकी ये मामला पाकिस्तान का है, लिहाजा फांसी की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री को पहसे भी फांसी हो चुकी है।
सूत्र ने कहा, "इमरान खान के सार्वजनिक समर्थन को कोई खत्म नहीं कर सकता है, लेकिन निश्चित रूप से उनके फैन्स, उनके लहजे, और उनके बोलने की ताकत को खत्म किया जा सकता है और सेना वही कर रही है। ताकि, उनके भावनात्मक समर्थकों को भी शांत रखा जा सकते और इमरान खान को मानसिक और शारीरिक स्तर पर तोड़ा जा सके।"
हालांकि, ऐसा करना सेना के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि इमरान खान भले अकेले पड़ गये हों, लेकिन उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई है। एक्सपर्ट्स का कहना है, कि सेना के खिलाफ देश की एक बड़ी आबादी है और पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर है, लिहाजा इतना आसान भी इमरान खान को खत्म करना नहीं होगा। लेकिन, अगर फौज जबरदस्ती करती है, तो पाकिस्तान गृहयुद्ध की आग में जल सकता है और 9 मई को जो हुआ, उसे बस एक ट्रेलर के तौर पर देखा जा सकता है।