बाजवा ने कश्मीर को बेच डाला, पत्रकार हामिद मीर के दावे के बाद PAK में बवाल, पूर्व आर्मी चीफ का कोर्ट मार्शल?
जनरल बाजवा ने अपने कार्यकाल के दौरान कई बार सार्वजनिक तौर पर भारत के साथ व्यापार शरू करने की वकालत की थी। वहीं, कई पाक पत्रकार दबी जुबान में कह चुके हैं, अनुच्छेद 370 खत्म होने के बारे में बाजवा को पता था।
Hamid Mir Bajwa: क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2021 में भारत-पाकिस्तान के युद्धविराम समझौते पर सहमत होने के बाद पाकिस्तान की यात्रा पर विचार कर रहे थे? पाकिस्तान के दो प्रसिद्ध पत्रकार हामिद मीर और जावेद चौधरी, जो इसपर कॉलम लिख चुके हैं, उन्होंने एक बार फिर से ये दावा किया है।
पत्रकार हामिद मीर ने टेलीविजन शो के दौरान दावा किया, कि पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने कश्मीर पर सौदा कर लिया था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान की यात्रा करने वाले थे। शनिवार 22 अप्रैल को पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने ये दावा किया है, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
हामिद मीर ने पीएम मोदी की प्रस्तावित पाकिस्तान यात्रा को तत्कालीन इमरान खान सरकार और तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के बीच बड़े तनाव के स्रोत के रूप में भी प्रस्तुत किया है और कहा है, कि जनरल बाजवा भारत से डर गये थे और उन्हें लगता था, पाकिस्तान आर्मी चीफ के पास इतनी ताकत नहीं है, कि वो भारत से लड़ सके, लिहाजा उन्होंने भारत के साथ कश्मीर का सौदा कर लिया।
हामिद मीर के बड़े बड़े दावे
अपने टेलीविजन शो में पत्रकार नसीम ज़हरा के साथ बातचीत में, हामिद मीर ने भारतीय प्रधानमंत्री के पाकिस्तान जाने के विचार को पाकिस्तानी न्यायपालिका के चुनाव कराने की जिद और जनरल बाजवा द्वारा भारत के साथ बेहतर संबंध बनाने की कोशिश में निभाई गई भूमिका से जोड़ा है, जिसके लिए इमरान खान राजी नहीं थे।
हामिद मीर ने अपने वीडियो में उस बैठक का हवाला दिया है, जिसे कमर जावेद बाजवा ने पत्रकारों के लिए आयोजित किया था और जिसमें पाकिस्तान के करीब 25 पत्रकार शामिल हुए थे, जिसमें जनरल बाजवा ने कहा था, कि पाकिस्तानी सेना, भारतीय फौज से लड़ने के काबिल नहीं है। लिहाजा, उस बैठक में बाजवा ने भारत के साथ अच्छे संबंध बनाने की वकालत की थी।
हामिद मीर ने कहा, कि बाजवा का कहना था, कि अगर इंडियन आर्मी से जंग होती है, तो पाकिस्तानी फौज के पास लड़ने के लिए टैंक तक नहीं हैं। उन्होंने कहा, कि इसीलिए जनरल बाजवा ने कश्मीर के ऊपर भारत से 'सौदा' कर लिया और जनरल बाजवा ने कश्मीरियों को हैरान कर दिया।
BIG: Pakistan Army Chief Qamar Javed Bajwa in 2021 had revealed to two senior Pakistani journalists about his secret talks with India’s NSA Ajit Doval and how Prime Minister Narendra Modi’s visit was being planned to Pakistan immediately after ceasefire was announced in 2021. Two… pic.twitter.com/mRbxR7AAJh
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 24, 2023
बाजवा के कोर्ट मार्शल की मांग
वहीं, टीवी शो के ही दौरान हामिद मीर के साथ बातचीत कर रहीं नसीम ज़हरा, जो खुद भी जनरल बाजवा के साथ हुई उस बातचीत में शामिल थीं, उन्होंने कहा, कि जनरल बाजवा ने पाकिस्तान के साथ धोखा किया है और इसके लिए उसका कोर्ट मार्शल होना चाहिए।
इस साल जनवरी में भी, हामिद मीर और चौधरी ने जो कॉलम लिखे थे, उसमें दावा किया गया था, कि पीएम मोदी का पाकिस्तान का दौरा करने और ऐतिहासिक हिंगलाज मंदिर जाने का कार्यक्रम था। हामिद मीर ने कहा, कि पीएम मोदी का पाकिस्तान दौरा 21-22 अप्रैल 2021 को तय किया गया था और उस दिन पीएम मोदी पाकिस्तान आने वाले थे और बाजवा ने उनकी यात्रा के बारे में ना तो पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को बताया था और ना ही प्रधानमंत्री इमरान खान को।
एनएसए डोभाल और आईएसआई चीफ की मुलाकात?
हामिद मीर ने दावा किया, कि जनरल बाजवा के कहने पर तत्कालीन आईएसआई चीफ फैद हमीद ने भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल से मुलाकात की थी। वहीं, जावेद चौधरी ने भी 5 जनवरी को लिखे गये अपने आर्टिकिल में दावा किया था, कि "तत्कालीन आईएसआई प्रमुख, जनरल फैज हमीद, "एक अरब देश" में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से कई बार मिले थे, जिससे अंततः एक समझौता हुआ कि मोदी 9 अप्रैल 2021 को पाकिस्तान की यात्रा करेंगे"।
हालांकि, यात्रा की तारीख को लेकर अंतर है, लेकिन दोनों पत्रकारों ने अप्रैल महीने का ही जिक्र किया है।
संयोग से अप्रैल 2021 में वाशिंगटन में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत, यूसेफ अल ओतैबा ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की थी, कि संयुक्त अरब अमीरात ने कश्मीर मुद्दे पर तनाव कम करने में भारत और पाकिस्तान के बीच भूमिका निभाई है, साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए भी काम किया है।
जावेद चौधरी ने अपने आर्टिकिल में दावा किया था, कि हिंगलाजा माता मंदिर में पूजा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस्लामाबाद की यात्रा करते, जहां उनकी मुलाकात तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान से होती। हालांकि, चौधरी ने दावा किया, कि तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इमरान खान के सामने इस बात को लेकर अपनी आपत्ति जताई थी और प्रधानमंत्री इमरान खान को इस दौरे के लिए सहमत नहीं होने पर राजी कर लिया।
शाह महमूद कुरैशी ने स्पष्ट रूप से कहा था, कि भारत ने कश्मीर की धारा 370 की स्थिति पर कोई रियायत नहीं दी है। लिहाजा, जनरल बाजवा का प्लान कामयाब नहीं हो पाया और पीएम मोदी का पाकिस्तान यात्रा भी कैंसिल हो गया था।