अपने ही लड़ाकों की इन हरकतों पर भड़का तालिबान, जारी किया सख्त फरमान
नई दिल्ली, 27 सितंबर: तालिबान के अपने ही आतंकी अब उसके सरगनाओं के लिए सिरदर्द बन चुके हैं। तालिबान की ओर से एक तरफ आम नागरिकों के लिए फरमान पर फरमान तो जारी हो ही रहे हैं, उब उन्हें अपने लड़ाकों को भी सुधर जाने की चेतावनी देनी पड़ रही है। दरअसल, तालिबान के ये लड़ाके बेकाबू की तरह बर्ताव कर रहे हैं। वे टूरिस्ट स्पॉट से लेकर सरकारी दफ्तरों में या तो सेल्फी लेने में जुट गए हैं या फिर विरोधियों की हत्याएं करके उनके शवों को सार्वजनिक स्थलों पर लटकाने का काम कर रहे हैं। तालिबान लीडरशिप की उनकी इसके चलते टेंशन बढ़ गई है और मुल्ला उमर के बेटे को ऑडियो संदेश के जरिए उन्हें सख्त हिदायत देनी पड़ी है।
तालिबान का अपने लड़ाकों को फरमान
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान ने अपने लड़ाकों को सख्त हिदायत दी है कि वह मोबाइल फोन पर सेल्फी लेना बंद करें। तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री और इसके संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मौलवी मोहम्मद याकूब ने एक ऑडियो फरमान जारी करके अपने आतंकियों से कहा है कि वह इस तरह की मौज-मस्ती वाली हरकतें करना बंद कर दें और साथ ही साथ सार्वजनिक जगहों पर लोगों को फांसी पर लटकाने जैसी हरकतें अब ना करें। मौलवी ने कहा है, 'तुम सिर्फ उसी काम से मतलब रखो, जो तुम्हें दिए गए हैं। तुम हमारी इमेज को बर्बाद कर रहे हो......जो कि हमारे शहीदों (मारे गए आतंकियों) के खून से तैयार हुआ है। '
Recommended Video
तालिबान सरगनाओं की सुरक्षा की चिंता
दरअसल, तालिबान सरगना अपने दहशतगर्दों की खासकर उन हरकतों पर नाराज है, जो अपने आकाओं से मुलाकात के दौरान सेल्फी लेने में मशगूल रह रहे हैं। याकूब के मुताबिक इस तरह की सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर होने से नेताओं (सरगनाओं) की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, क्योंकि उनके ठिकाने का खुलासा हो सकता है। रॉयटर के मुताबिक याकूब इस बात से नाराज है कि तालिबान के आतंकी सरकारी दफ्तरों में भी घुसकर सेल्फी लेने लगे हैं, जहां उनके जाने की कोई जरूरत ही नहीं है। उसने कहा है, 'यह बहुत ही गलत है कि हर कोई मोबाइल फोन निकाल कर अहम मंत्रियों की बिना वजह तस्वीरें ले रहे हैं।.... '
'....तो अल्लाह माफ करे'
यही नहीं याकूब अपने आतंकियों के कपड़ों और बाकी गेटअप को लेकर भी हिदायत दी है और कहा है कि उनके कपड़े, दाढ़ी और बाल 'इस्लाम के मूल्यों' के मुताबिक ही होंगे। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान के आतंकी धूप के चश्में, फैशनेबल कपड़ों और लंबे बालों में दिखाई पड़े हैं। कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिसमें ये आतंकी टूरिस्ट स्पॉट में मस्ती करते नजर आ रहे हैं। याकूब ने कहा है कि 'यदि हमने ऐसे ही जारी रखा तो अल्लाह माफ करे, हम अपनी इस्लामी व्यवस्था को गंवा देंगे।'(ऊपर की तस्वीरें साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के यूट्यूब वीडियो ग्रैब से)
आकाओं के हाथ से निकल चुके हैं तालिबान के आतंकी
यही नहीं, अफगानिस्तान पर नियंत्रण के बाद तालिबान ने आम माफी की घोषणा की थी। लेकिन, रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के लड़ाकों की वजह से काबुल और दूसरे शहरों के आम निवासियों का जीवन नरक बन चुका है। वे पुरानी व्यवस्था में शामिल रहे लोगों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उन्हीं में से एक अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के संवाददाता अब्दुल हक ओमरी भी हैं, जो 15 अगस्त के बाद से एक दिन भी काबुल में अपन घर पर रात नहीं बिता पाए हैं। वे देश से बाहर निकलने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। तालिबान के आतंकी लगातार अपने विरोधियों का कत्लेआम करते जा रहे हैं और उन्हें यातनाएं दे रहे हैं। सबसे बड़ी दहशतगर्दी ये है कि इन कारगुजारियों का सार्वजनिक प्रदर्शन किया जा रहा है। यही वजह है कि तालिबान की टॉप लीडरशिप अब अपने लड़ाकों को सिरदर्द मानने लगी है।