नोवावैक्स और सीरम ने कोविड टीके के उपयोग की WHO से मांगी अनुमति
नई दिल्ली, सितंबर 24: दिग्गज दवा कंपनी नोवावैक्स और इसकी साझेदार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने नोवावैक्स के कोविड-19 टीके की आपातकालीन उपयोग सूचीबद्धता (ईयूएल) के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के पास आवेदन किया है। नोवावैक्स इंक ने एक बयान में कहा कि डब्ल्यूएचओ के पास किया गया आवेदन भारत के औषध महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष कंपनी द्वारा पूर्व में किए गए नियामक प्रस्तुतीकरण पर आधारित है।
नोवावैक्स वैक्सीन कुछ अन्य विकल्पों की तुलना में स्टोर करना और परिवहन करना आसान है। बयान में कहा गया कि नोवावैक्स के कोरोना वायरस रोधी टीके को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तक तापमान पर रखा जा सकता है। इससे इस टीके के संग्रहण और आपूर्ति के लिए विभिन्न देशों में मौजूदा वैक्सीन आपूर्ति के तरीकों और कोल्ड चेन चैनलों का उपयोग किया जा सकता है। इससे गरीब देशों के वैक्सीन की आपूर्ति आसानी से की जा सकेगी।
नोवावैक्स के सीईओ स्टैनली सी एर्क ने कहा कि हमारे प्रोटीन आधारित कोविड-19 टीके की आपात आनुमति के लिए आज डब्ल्यूएचओ को भेजा गया यह आवेदन जरूरतमंद देशों में कोरोना वायरस टीका पहुंचाने और वितरण में तेजी लाने के रास्ते पर उठाया गया अहम कदम है। र्क ने आगे कहा कि यह कदम नोवावैक्स के व्यावसायिक वैश्विक वैक्सीन कंपनी बनने की राह में कंपनी के सफर में मील का महत्वपूर्ण पत्थर है। यह वैश्विक सहयोग के मूल्य की प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है। उन्होंने कहा कि महामारी को नियंत्रित करने के लिए कई दृष्टिकोणों की जरूरत है।
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जून में, कंपनी ने कहा कि उनका टीका रोगसूचक कोविड 19 के खिलाफ लगभग 90% प्रभावी था।मैरीलैंड में स्थित नोवावैक्स ने इस साल संयुक्त राष्ट्र समर्थित COVAX कार्यक्रम को 350 मिलियन खुराक प्रदान करने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। जिनमें से अधिकांश का उत्पादन सीरम संस्थान द्वारा किया जाना है। पिछले एक गैर-बाध्यकारी समझौते में कहा गया था कि नोवावैक्स 1 बिलियन तक टीके उपलब्ध कराएगा।