उत्तर कोरिया में लेदर जैकेट पहनने पर लगा प्रतिबंध, किम जोंग उन के सनकपन का एक और अध्याय
उत्तर कोरिया में अब लेदर जैकेट पहनने पर बैन लगा दिया है और देश भर में पुलिस को आदेश दिया गया है कि लेदर जैकेट बेचने वाले व्यापारियों पर कार्रवाई की जाए।
प्योंगयांग, नवंबर 26: सनकपन के लिए कुख्यात सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने अपने पागलपन का एक और अध्याय लिखते हुए उत्तर कोरिया में लेदर जैकेट पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के अलावा कोई भी शख्स लेदर जैकेट नहीं पहन सकता है और अगर कोई गलती से भी लेदर जैकेट पहनने की हिमाकत करता है, तो फिर उसे किम जोंग उन के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।
लेदर जैकेट पहनने पर प्रतिबंध
तानाशाह शासक किम जोंग-उन के आदेश के बाद उत्तर कोरिया ने आम लोगों के लेदर कोट पहनने पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के इस फैसले को लेकर दावा किया गया है। 2019 में पहली बार किम द्वारा पहना गया लेदर जैटेक धीरे-धीरे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने लगा था और ज्यादातर लोगों ने लेदर जैकेट पहनना शुरू कर दिया था। अपने नेता किम जोंग उन के प्रति वफादारी दिखाने के लिए ज्यादातर उत्तर कोरियाई युवाओं ने, जो लेदर जैकेट का खर्च उठा सकते थे, उन्होंने जैकेट पहनना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही ज्यादातर लोगों ने अपने नेता किम जोंग उन की नकल भी करनी शुरू कर दी, जो किम जोंग उन को पसंद नहीं आया।
नकल के खिलाफ एक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में अब लेदर जैकेट पहनने पर बैन लगा दिया है और देश भर में पुलिस को आदेश दिया गया है कि लेदर जैकेट बेचने वाले व्यापारियों पर कार्रवाई की जाए और लोगों को लेदर जैकेट पहनने से रोका जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके पीछे दलील ये दी गई है कि, सभी लोगों के लेदर जैकेट पहनने से किम जोंग उन की छवि लोगों के बीच 'सस्ती' और कमजोर हो जाएगी, जो आम लोगों के बीच उनके अधिकार को कम कर देगा। लिहाजा देश भर में लेदर जैकेट पहनने पर बैन लगा दिया गया है। रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर कोरिया के अधिकारियों का कहना है कि, किम जोंग उन की तरह कपड़े पहनना देश के उच्चतम डिग्निटी की तरह दिखने की कोशिश करना और उनकी तरह डिजाइन किए हुए कपड़े पहनना, देश की उच्चतम गरिमा के अधिकार को चुनौती देने की अशुद्ध प्रवृति है।
चमड़े के कोट नहीं पहनने के निर्देश
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा है कि, 'उन्होंने जनता को चमड़े के कोट न पहनने का निर्देश दिया, क्योंकि यह पार्टी के निर्देश का हिस्सा है कि उन्हें कौन पहन सकता है।' रिपोर्ट के मुताबिक, आउटलेट ने कहा कि ''कोट के नॉक-ऑफ संस्करण पहली बार इस साल सितंबर में दिखाई देने लगे जब चीन और उत्तर कोरिया के बीच अनौपचारिक व्यापार को कोविड महामारी के दौरान बंद होने के बाद फिर से खोल दिया गया था। जिसके बाद व्यापारियों को कोट बनाने के लिए कृत्रिम चमड़े का अधिग्रहण शुरू करने की इजाजत दे दी गई।'' रेडियो फ्री एशिया ने हाल के महीनों से एक आयात दस्तावेज देखने का दावा किया है जिसमें दिखाया गया है कि दर्जनों मीटर कोट बनाने की सामग्री का आयात किया जा रहा है।
सुर्खियों में किम जोंग उन का जैकेट
किम जोंग उन पहली बार दिसंबर 2019 में एक चमड़े के कोट में दिखाई दिए थे, जब वह उत्तर कोरिया के परमाणु भंडार पर डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बातचीत कर रहे थे। दक्षिण कोरियाई मीडिया द्वारा उनके सार्टोरियल स्टाइल का जिक्र किया गया था, जिसने सुझाव दिया था कि यह किम की परंपरा को तोड़ने और अपनी पहचान बनाने की इच्छा का संकेत था। तब तक, किम जोंग उन ने बड़े पैमाने पर अपने पिता और दादा, जो उत्तर कोरिया के संस्थापक थे, उनकी ही शैली पर चलत थे, जो चीन के कम्युनिस्ट नेता माओ के स्टाइल में कपड़े पहनते थे। किम जोंग उन के अलावा चमड़े के कोट में उत्तर कोरिया के कई नेता दिखाई दिए हैं, जिनमें उनकी बहन किम यो-जोंग और अन्य वरिष्ठ महिला राजनेता शामिल हैं।
हरी आंखों वाली वो अफगान लड़की...जो अफगानिस्तान की दुर्दशा की 'निशानी' बनी थी, मिल गई