श्रीलंका: पीएम बनने के बाद आया राजपक्षे का बड़ा बयान, कही ये बात
कोलंबो। पूर्व प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की बर्खास्तगी के बाद श्रीलंका की राजनीतिक हलचल पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं। इसी बीच देश के नए प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने बयान जारी किया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि UNP-UPFA की सरकार UPFA के गठबंधन से हटने के बाद खत्म हो गई थी। मुझे सरकार बनाने और पीएम बनने का न्योता मिला था। उन्होंने कहा कि, गठबंधन सरकार गिरने के बाद मैंने पद को न्यौते पर स्वीकारा है।
राजपक्षे ने कहा कि, राष्ट्रपति और पूर्व रक्षा मंत्री के हत्या के मामला प्रकाश में आया है। जो भी इस षड़यंत्र में शामिल हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। देश में अपराध की एक लय चल रही है। यही नहीं देश में अंडरवर्ल्ड का भी उदय हो रहा है। देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। वहीं रुपए का मूल्य भी लगातार गिर रहा है। क्रेडिट एजेंसियों ने देश की रेटिंग को कम कर दिया है।
उधर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW)ने श्री लंका के मौजूदा राजनीतिक हालात पर रविवार को कहा कि इससे देश में हिंसा का दौर फिर से लौट जाएगा। संगठन ने कहा कि महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त करने के श्री लंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के फैसले से इस द्वीपीय देश के एक बार फिर गलत रास्ते पर जाने का भय उत्पन्न हो गया है।
बता दें कि, कि सिरीसेना ने रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर शुक्रवार को महिंदा राजपक्षे को पीएम पद की शपथ दिलाई थी। हालांकि, अब संसद के स्पीकर ने सिरीसेना के फैसले की आलोचना करते हुए विक्रमसिंघे के पीएम पद को मान्यता दे दी है।
कतर ने लागू किया नया नियम, देश छोड़ने के लिए नहीं लेनी हो बॉस के इजाजत