'Mini Cooper कार की साइज वाला कछुआ, 12 फीट लंबाई, रहता था डायनासोर की झुंड में', साइंटिस्ट्स का दावा
स्पेन में जीवाश्वम साइंटिस्ट्स ने एक ने प्रजाति की जीव खोजा है। दावा किया जा रहा है कि ये कछुए की प्रजाति है। लेकिन इसके विशाल आकार देख खूंखार समुद्री जीव भी कांपते थे।
Mini Cooper Car sized Turtle: स्पेन में जीवाश्वम साइंटिस्ट्स ने एक ने प्रजाति की जीव खोजा है। दावा किया जा रहा है कि ये कछुए की प्रजाति है। लेकिन इसके विशाल आकार देख खूंखार समुद्री जीव भी कांपते थे। ये कछुए डायनासोर के बीच रहते हैं। जिनकी लंबाई 12 फीट से अधिक होती थी। कछुए के विशाल अवशेष देख साइंटिस्ट्स भी हैरान हैं। कहा जा रहा है वो आज से करीब 830 लाख साल पहले जीवित थे। उनका शरीर का आकर एक मिनी कूपर (Mini Cooper) के बराबर था।
830 लाख वर्ष पहले 12 फीट के कछुए
जीवाश्म एक्सपर्ट्स ने पहली बार कछुओं की एक अनोखी प्रजाति के जीवाश्मों की खोज की है। एक शोध में दावा किया गया है कि वे विशालकाय थे। डायनासोर के बीच वो रहते थे। उन्हें डर नहीं लगता था। कछुए की ये प्रजातियां उपोष्णकटिबंधीय समुद्रों में रहती थीं। एक अनुमान के मुताबिक 830 वर्ष पहले यूरोपीय द्वीपसमूह के तटों पर ये कछुए पाए जाते थे। जिनकी लंबाई 12 फीट के आसपास होती है। शरीर विशाल होने के साथ इनका वजन भी काफी होता था।
समुद्री सरीसृप भी देख कांप जाते
इस नई प्रजाति की कछुए का क्षमता काफी अधिक थी। इसकी शारीरिक बनावट को देखकर साइंटिस्ट्स ने अनुमान लगाया है कि इसकी एक जीवन शैली आधुनिक कछुओं से काफी अलग थी। ये पानी में काफी गहराई तक जा सकता था। समुद्री कछुओं का आकार उन्हें काफी सुरक्षा देता था। उन्हें देख शक्तिशाली जबड़े वाले विशाल समुद्री सरीसृप जिन्हें मोसाउर कहा जाता है और लंबी गर्दन वाली मछली खाने वाले समुद्री सरीसृप यानी प्लेसीओसॉर भी डर जाते थे।
कार के आकार के कछुए
लेविथानोचेलिस चेलोनियोइडिया कछुए की सबसे पुरानी प्रजातियों में से एक है। वर्तमान में सभी कछुए इसी ग्रुप के हैं। लेकिन कछुए को लेकर जैव वैज्ञानिकों के ताजा शोध में जो अनुमान लगाया गया है कि चौंकाने वाला है। दरअसल आज से हजारों साल पहले ऐसे कछुओं की प्रजाति थी, जो काफी लंबे थे। स्पेस में मिला कछुए का जीवाश्म देखकर साइंटिस्ट्स ने अनुमान लगाया कि उसकी लंबाई 3.7 मीटर था, जो कि मिनी कूपर कार के आकार का था।
प्रोटोस्टेगा या स्टुपेंडेमीज का अनुमान
पृथ्वी के अतीत के अन्य बड़े कछुओं में प्रोटोस्टेगा और स्टुपेंडेमीज शामिल हैं। दोनों लगभग 13 फीट (4 मीटर) लंबे हैं। प्रोटोस्टेगा एक क्रेटेशियस समुद्री कछुआ था जो लगभग 85 मिलियन वर्ष पहले रहता था। आर्केलॉन कछुआ भी उसी प्रजाति का था। स्पेस में मिला कछुए के जीवाश्म में साइंटिस्ट्स ने अनुमान लगाया है कि ये भी प्रोटोस्टेगा या फिर स्टुपेंडेमीज कछुआ रहा होगा। स्पेन के संस्थान मिकेल क्रूसाफोंट कैटलन इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियोन्टोलॉजी (Miquel Crusafont Catalan Institute of Paleontology) के शोधकर्ता ऑस्कर कैस्टिलो ने कहा, "ये एक बड़ा आश्चर्य है। सच ये है कि पायरेनीज में समुद्री सरीसृपों के अवशेष आम नहीं हैं। वहां मिले जीवाश्मों की बनावट उत्सुकता पैदा करती है। शोध में ये सामने आया कि अब तक ज्ञात जीवों की प्रजाति से अलग है"।
2016 में मिले थे कछुए के अवशेष
स्पेन के एक छोटे शहर Coll de Nargo नगर पालिका के Cal Torrades के पास एक हाइकर ने कछुए के जीवाश्म खोजे थे। साल 2016 में इस तरह के कछुए की मौजूदगी का अनुमान लगाया गया था। शुरुआती अध्ययन के बाद रहस्य का पता लगाने के लिए वहां खुदाई की गई। करीब 90 सेमी चौड़ाई के लगभग क्षेत्र में खनन की अनुमति मिली।
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